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महाराष्ट्र विधान मंडल: खारघर मामले पर विपक्ष का हंगामा,सदन से बहिर्गमन

by zadmin

महाराष्ट्र विधान मंडल: खारघर मामले पर विपक्ष का हंगामा , सदन से बहिर्गमन 

 संजीव शुक्ल 

मुंबई@nirbhaypathik:नवी मुंबई के खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में पुरस्कार विजेता अप्पासाहेब धर्माधिकारी के  14 अनुनाइयों की हुई मौत का मामला  गुरुवार 20 जुलाई को विधानसभा में उठा।  प्रश्नोत्तर के दौरान इस प्रश्न को  विपक्ष के सदस्यों  ने उठाया था। प्रश्नोत्तर काल के दौरान  यह पहला  प्रश्न था। विपक्ष का कहना था कि खारघर में उष्माघात होने और पीने का पानी नहीं होने के कारण अनेक लोगों को जान गंवाना पड़ा इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है । अनेक संस्थाओं ने इस मामले में  गैर इरादतन ह्त्या का मामला दायर करने की मांग की थी । इस पर राज्य सरकार की तरफ से सांस्कृतिक कार्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि यह दुःखद घटना है इस पर राजनीति न करें। कांग्रेस के बालासाहेब थोरात, अशोक चव्हाण ,नाना पटोले , पृथ्वीराज चव्हाण खड़े होकर  मुनगंटीवार की बात पर ऐतराज जताने लगे।  नाना पटोले ने कहा कि विभाग के मंत्री उचित जवाब नहीं दे रहे हैं।  राजनीतिक भाषण कर रहे हैं।  बालासाहेब थोरात ने कहा कि  यह दूसरी बार है। कल भी पृथ्वीराज चव्हाण  ने इस बारे में प्रस्ताव रखा  था ।  सवाल पूछना हमारा अधिकार है। जिस पर मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि इसमें गैर इरादतन हत्या का अपराध नहीं होता।  इस मामले में एक जनहित याचिका कोर्ट में दायर की गयी थी कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया  ।  प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल पर उत्तम व्यवस्था की थी। पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने की किसी स्वयंसेवक ने शिकायत नहीं की। वहां पर 306 एकड़ में बैठने की व्यवस्था  थी। 306 एकड़ में मंडप बनाया होता तो लाखों लोग वहां आये थे वेन्टिलेशन की समस्या आयी होती। जिस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार गुट के जयंत पाटिल ने कहा कि सांस्कृतिक मंत्री का उत्तर देना और  समर्थन  करना अनुचित है। इसका उत्तर गृह मंत्री को देना चाहिए था। यह प्रश्न सुरक्षित रखा जाए और कल इस प्रश्न  का उत्तर गृहमंत्री दें। मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। उन्होंने कांग्रेस के समय घटी अन्य घटनाओं  का उल्लेख करना शुरू कर दिया।  जिस पर विपक्ष के सदस्य नाराज हो गए और खड़े होकर नारे लगाने लगे।  मंत्री मुनगंटीवार ने उसके बाद बताया कि भारतीय मौसम विभाग ने उस दिन ( कार्यक्रम के दिन )  34.1 सेल्सियस डिग्री अधिकतम तापमान होने की बात कही थी ,लेकिन उस दिन तापमान 38 डिग्री था, इसलिए यह उष्माघात हुआ।  मुनगंटीवार ने कहा कि सत्ता के लिए लाचार कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। ऐसे लोगों की महाराष्ट्र की जनता निषेध करती है।   मंत्री के जवाब से असंतुष्ट और नाराज  विपक्ष  के सदस्यों  ने सदन से बहिर्गमन किया। उपमुख्यमंत्री एवं  गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रश्न पूछने वाले ने सांस्कृतिक मंत्री से प्रश्न पूछा है और कह रहे हैं गृहमंत्री जवाब दें यह कैसे चलेगा। मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि कार्यक्रम में अमित शाह को लाया गया था इसलिए सवाल कर रहे हैं।

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