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खरी-खरी:सुरेश मिश्र

by zadmin

झाड़ू वाले नाचते,हाथ हुआ लाचार
कल तक किए विरोध जो,आज हुए तैयार
आज हुए तैयार,गजब गिरगिट का खेला
पलटा बाजी मार,गेम को यार अकेला
कह सुरेश कविराय दांव मारा है फाड़ू
पप्पू हुआ न पास,शर्त भी जीती झाड़ू

सुरेश मिश्र

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