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महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हुआ

by zadmin

महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हुआ 

संजीव शुक्ल 

मुंबई@nirbhaypathik:महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार 17 जुलाई से मुंबई विधान भवन में शुरू हुआ। विधानसभा का कामकाज सुबह 11 बजे शुरू हुआ जबकि विधान परिषद में सदन का कामकाज दोपहर 12 बजे शुरू हुआ। दोनों सदनों में सदन का कामकाज पहले वंदे मातरम और फिर राज्य गीत से शुरू हुआ। राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजित पवार और शरद पवार दोनों गुट में विधानसभा में किसकी कितनी ताकत है इस पर नजरें लगी हुई थी लेकिन राष्ट्रवादी कांग्रेस के दोनों गुटों के कुल 53 विधायकों में 28 विधायक गैरहाजिर रहे इससे स्थिति साफ नहीं हो सकी। वहीं विधानसभा में विपक्ष का नेता पद भी रिक्त है।  विधानसभा का कामकाज शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को नए मंत्रियों का परिचय कराने का निर्देश दिया। उसके अनुसार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने आसन से खड़े होकर नए मंत्रियों की जानकारी सदन को देने की शुरुआत की। एकनाथ शिंदे द्वारा पहला नाम अजित पवार का लेने से उस पर विपक्ष की तरफ से कुछ तो प्रतिक्रिया होगी ऐसा लग रहा था और वैसा हुआ भी। एकनाथ शिंदे द्वारा अजित पवार का परिचय देते समय उपमुख्यमंत्री एवं वित्त ऐसा कहा और रुक गए। उन्होंने एक आसन छोड़कर बगल में बैठे अजित पवार की तरफ देखा। यह देखकर शिंदे के आसन के बगल में बैठे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे को नाम बताने को कहा जिस से एकनाथ शिंदे ने अजित पवार का नाम लिया। उसके बाद अजित पवार ने खड़े रहकर सभी को नमस्कार किया। अजित पवार के बैठने के दौरान सामने विपक्ष की तरफ आसन पर बैठे राष्ट्रवादी कांग्रेस गुट के विधायक जयंत पाटिल ने चुटकी ली ” उनसे हमारी पुरानी पहचान है ” ऐसा जयंत पाटिल ने कहा जिस पर सदन में हंसी छूट गयी। यह अजित पवार के चेहरे पर भी दिखाई दिया। अजित पवार के बाद  एकनाथ शिंदे ने अजित पवार गुट के अन्य मंत्रियों का परिचय सदन में करवाया जिसमें छगन भुजबल , दिलीप वलसे पाटिल , हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे , धर्मराव बाबा अत्राम,संजय बनसोडे, अदिती तटकरे, अनिल पाटिल इन नौ मंत्रियों का नाम मुख्यमंत्री शिंदे ने लिया। सरकार की तरफ से  41 हजार 243 करोड़ रुपये से अधिक की पूरक मांगे भी पेश की गयी। कई विधेयक सदन में पेश किये गए। कांग्रेस के सदस्य ने किसानों के मामले पर विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाया लेकिन उनको बोलने का मौका नहीं मिला। जिससे विपक्ष के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में सरकार की तरफ से निवेदन दिया इसमें उन्होंने कहा  कि राज्य में विभिन्न हिस्सों में विगत वर्ष की तुलना में 80 फीसदी बुआई हो गयी है।  केवल पुणे विभाग और नासिक विभाग में के कुछ भागों में बुआई हुए क्षेत्र का प्रमाण कम है। बारिश कम गिरने के कारण उत्पन्न हुई स्थिति में किसानों की मदद के लिए कटिबद्ध है। उसके लिए आपातकालीन प्लान तैयार किया गया है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि नकली बीज और खाद की  विक्री करने वाले पर गैर जमानती अपराध दर्ज करने के बारे में कानून बनाया जायेगा। मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह में अच्छे बारिश की संभावना जताई है। कल ही इस बारे में मंत्रिमंडल की बैठक करके स्थिति की समीक्षा की गयी है। किसानों के पीछे सरकार मजबूती से खड़ी  है। जिन किसानों का ‘केवायसी’ नहीं हुई है  उनकी प्रक्रिया पूरी होने पर उनको जल्द मदद मिलेगी । बीटी बीज की तरह ही अन्य नकली  बीज और खाद की विक्री करने वाले के विरोध में सख्त कार्रवाई  राज्य सरकार करेगी।  इस बारे में विधानमंडल  में कानून  बनाया जायेगा। यह भी फडणवीस ने सदन में बताया।उसके बाद विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने दिवंगत सदस्यों के बारे में शोक प्रस्ताव पेश किया। जिसमें लोकसभा के सदस्य  और पूर्व मंत्री , विधानसभा सदस्य गिरीश बापट , लोकसभा के सदस्य सुरेश उर्फ बालू धानोरकर, पूर्व विधानसभा सदस्य शंकरराव वाकुळणीकर, बाबूराव बाघमारे ,रामचंद्र अवसरे इन दिवंगत सदस्यों के निधन पर  विधानसभा सदस्यों ने सदन में  खड़े होकर मौन रहकर श्रद्धांजलि दी ।   

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