बगावत के बाद शरद पवार और अजित पवार में तीसरी मुलाकात
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:, बगावत के बाद अजित पवार ने शरद पवार से सोमवार को तीसरी बार मुलाकात की है। 2 जुलाई को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार अपने आठ पार्टी समर्थकों के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार और शरद पवार गुट में बंट गयी। उसके बाद हुए शक्ति प्रदर्शन और अन्य घटनाक्रम में तल्खी और बढ़ी यहाँ तक कि राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाकर अजित पवार को अध्यक्ष बना दिए जाने की घोषणा भी अजित गुट के सुनील तटकरे द्वारा की गयी। हालांकि अजित पवार ने विगत दिनों अपनी चाची प्रतिभा पवार के हाथ का ऑपरेशन होने के बाद अचानक सिल्वर ओक गए थे। तब यह कहा गया था कि वह चाची का हालचाल जानने गए थे तब भी उनकी वहां चाचा शरद पवार से मुलाकात हुई थी। इसके बाद भी विगत दो दिनों में शरद पवार और अजित पवार की दो बार मुलाकात हुई। दोनों दिन शरद पवार मुंबई नरीमन पॉइंट स्थित यशवंत राव चव्हाण प्रतिष्ठान में यह मुलाकात हुई जो विधान भवन के बहुत ही समीप है। विधान भवन में सोमवार 17 जुलाई से विधानमंडल का मानसून सत्र जारी है। अजित पवार और शरद पवार में राष्ट्रवादी पार्टी के बंट जाने से 45 विधायकों वाली कांग्रेस विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी हो गयी है। `वैसे 53 विधायकों वाली राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी में सोमवार को 28 विधायक सदन में नहीं आये। रविवार को अजित पवार ने अपने गुट के मंत्रियों के साथ शरद पवार से मुलाकात की थी। जबकि सोमवार को भी अजित पवार ने अपने गुट के 15 विधायकों के साथ शरद पवार से मुलाकात की। इस अवसर पर सुनील तटकरे भी थे। अजित पवार और शरद पवार के बीच करीब एक से डेढ़ घंटे बैठक चली। जिसमें उन्होंने पार्टी को एकजुट बनाये रखने का शरद पवार को अनुरोध किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजित पवार गुट के पार्टी के कार्याध्यक्ष और सांसद प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से कहा कि जो शरद पवार के दर्शन और आशीर्वाद के लिए रविवार को नहीं आ पाए थे वे आये थे। हमने उनसे पार्टी को एकजुट रखने के लिए निवेदन किया ,उन्होंने हमारी बात सुनी। हालांकि शरद पवार ने अपनी तरफ से अजित पवार से हुई मुलाकात पर कोई अधिकृत बयान नहीं दिया। उद्धव गुट के अंबादास दानवे ने इस मुलाकात पर कहा है कि अजित पवार सहानुभूति पाना चाहते हैं इसलिए ऐसा कर रहे हैं। अजित पवार 18 जुलाई को भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जाएंगे। जबकि शरद पवार बैंगलोर में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगें। बैंगलोर की बैठक 17 -18 जुलाई दो दिन की थी। लेकिन शरद पवार दूसरे दिन उसमें शामिल होंगें। उद्धव ठाकरे और संजय राउत भी विपक्षी दल की बैठक में शामिल हो रहे हैं। वहीं एनडीए की दिल्ली की 18 जुलाई की बैठक में शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे भी शामिल होंगें।