तो अजित पवार जरूर बनेंगे मुख्यमंत्री, कहा भाजपा सांसद ने
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच हुए शक्ति प्रदर्शन में अजित पवार ज्यादा शक्ति शाली हैं यह उजागर हो चुका है । भाजपा ने अजित पवार की ताकत का अंदाजा पहले ही लगा लिया था इसलिए उनको साथ लेने के मामले को हरी झंडी दी गयी। लेकिन अजित पवार सहित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उनके गुट के 40 विधायकों द्वारा भाजपा को समर्थन देने से महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त हलचल मच गयी है। अजित पवार सहित 40 राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने शिंदे – फडणवीस सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। इस बारे में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी ने अजित पवार को मुख्यमंत्री पद देने का वादा किया है जिसके कारण अजित पवार ने भाजपा को समर्थन दिया है । पृथ्वीराज चव्हाण के दावे के बाद भाजपा के सांसद संजय काकड़े ने भी बड़ा बयान दिया है और कहा है कि अजित पवार की मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है। यह सर्वविदित है कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं इसलिए वरिष्ठों से बात हुई होगी तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे। साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में क्या होगा अपने को यह देखना होगा। अजित पवार गुट भले गठबंधन में शामिल हो गया है लेकिन सारा गणित इस पर निर्भर करता है कि लोकसभा में किसको कितनी सीटें मिलती हैं और कौन कितनी जगह चुनकर लाता है । इस पर बहुत कुछ निर्भर करता है। सांसद काकड़े ने कहा हमने बिहार में नितीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया था जबकि उनके कम विधायक जीत कर आये थे क्योंकि लोकसभा में उन्होंने हमारी बहुत अच्छी मदद की थी। एकनाथ शिंदे के पास कम विधायक होने के बावजूद हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया। इसके मायावती ( उत्तर प्रदेश ) के विधायक कम थे तो भी हमने मायावती को ढाई साल तक मुख्यमंत्री बनाने का वचन दिया था । इसलिए अगर अजित पवार और हमारे नेतृत्व के बीच कुछ भी तय हुआ होगा तो वह निश्चित रूप से मुख्यमंत्री बनेंगे।संजय काकड़े ने कहा कि वास्तव में जिसका सबसे अधिक विधायक निर्वाचित होकर आता है उसे ही मुख्यमंत्री होना चाहिए लेकिन कुछ बार ऐसे हालात आते हैं कि पार्टी के शीर्ष नेताओं को हटकर फैसले लेने पड़ते हैं। अगर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ऐसा वादा अजित पवार से किया होगा तो वह मुख्यमंत्री बनेंगे। अजित पवार का पूरे महाराष्ट्र में अच्छा नेटवर्क है। इससे निश्चित तौर पर भाजपा को फायदा होगा। ज्ञातव्य है कि महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में भाजपा के 106 विधायक हैं। शिवसेना ( शिंदे गुट )के 40 विधायक हैं। महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं जिसमें साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा – शिवसेना ( अविभाजित ) ने 41 लोकसभा सीटें जीती थी। इसमें भाजपा 23 जबकि शिवसेना 18 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा के नेता माधव भंडारी कहते हैं कि अजित पवार गुट के साथ आने से यह गठबंधन महाराष्ट्र में 45 लोकसभा सीटें जीतेगा।