Home मुंबई-अन्य शरद पवार को राकांपाअध्यक्ष पद से हटाया गया,अजित पवार बने अध्यक्ष

शरद पवार को राकांपाअध्यक्ष पद से हटाया गया,अजित पवार बने अध्यक्ष

by zadmin

शरद पवार को राकांपा  अध्यक्ष  पद से  हटाया  गया, अजित पवार बने अध्यक्ष

विशेष संवाददाता

 मुंबई@nirbhaypathik:, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे शरद पवार को अध्यक्ष पद  से हटाकर अजित पवार को अध्यक्ष बना दिया गया है। बुधवार 5 जुलाई को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों गुटों ने चुने हुए जनप्रतिनिधियों  और पदाधिकारियों की मुंबई में अलग -अलग बैठक हुई । इसमें अजित पवार ने बांद्रा के मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट ट्रस्ट ( एमआईटी  ) के सभागृह में जबकि शरद पवार ने मंत्रालय के पास स्थित यशवंत राव प्रतिष्ठान सभागृह  में  विधायकों , सांसदों , पदाधिकारियों  की यह बैठक बुलाई थी। चाचा  शरद पवार और भतीजे अजित पवार दोनों ने इस में अपना शक्ति प्रदर्शन किया। राकांपा के कुल 53  विधानसभा सदस्य  हैं।  इसमें अजित पवार द्वारा बुलाई गई बैठक में 34 विधानसभा सदस्य, 5  विधान परिषद  सदस्य मौजूद थे । सांसद प्रफुल्ल पटेल ,सांसद सुनील तटकरे भी मौजूद थे।  इसके अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व सांसद  और पूर्व विधायक  शामिल हुए। कुछ विधायक बीमार होने या विदेश में होने के कारण बैठक में मौजूद नहीं हो सके यह जानकारी  अजित पवार गुट की तरफ से दी गयी। बैठक में दोनों गुट के विधानसभा में कितने विधायक हैं यह स्पष्ट होने वाला था इसलिए इस बैठक पर पूरे राज्य की नजर थी। शरद पवार के द्वारा बुलाई गई बैठक में 17 विधानसभा सदस्य, 3 विधान परिषद सदस्य  तथा लोकसभा और राज्य सभा के कुल 5 सांसद मौजूद  थे। इस परिप्रेक्ष्य में देख़ें तो अजित पवार ने चाचा शरद पवार को  शक्ति प्रदर्शन में पछाड़ दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस के एक विधानसभा सदस्य नवाब मलिक जेल में बंद हैं। बांद्रा में बुलाई बैठक में अजित पवार ने अपने संबोधन में जमकर अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ  मन की भड़ास निकाली और कहा कि मैं उनका बेटा नहीं  भतीजा हूँ इसमें  मेरा क्या दोष है।  मैं उनका बेटा  होता तो उनका उत्तराधिकारी  बनता।  उन्होंने बेटी सुप्रिया सुले को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का कार्याध्यक्ष बनाया। मैंने अपने खून को पानी किया। उनकी बात मानते रहे और उनके कहे अनुसार काम करते रहे। भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए उन्होंने भेजा था लेकिन फिर वह पलट गए। उन्होंने मुझे विलेन बना दिया। मेरे साथ उन्होंने बार – बार धोखा किया।  मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। इसमें यह भी खुलासा किया गया कि विगत दिवस शरद पवार को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह पर अजीत पवार को अध्यक्ष बनाया गया है। अजित पवार ने कहा कि वह राष्ट्रवादी  अब तक की  अपनी  सबसे बड़ी जीत ( साल 2004 में  71 विधायक जीते थे  ) का रिकॉर्ड को तोड़ेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी ,प्रांतीय पार्टी बन गयी है उसे फिर से राष्ट्रीय पार्टी बनाना है। उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी जैसी पार्टी की दो राज्यों में  सरकार है लेकिन आपके नेतृत्व में ऐसी नौबत नहीं आयी कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी  महाराष्ट्र में भी  स्वयं जीतकर अपने बलबूते पर सरकार बना सके। अजित पवार ने  कहा कि मैं आपके साथ चालीस साल से काम कर रहा हूँ। कई अवसरों पर मेरा अपमान किया गया। आपने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष से इस्तीफ़ा दिया लेकिन फिर  एक समिति बनाई गई और अपना इस्तीफ़ा वापस ले लिया।  सरकारी नौकरी में भी कर्मचारी 58 साल में  सेवानिवृत्ति हो जाते हैं । आईएएस भी 60 साल की आयु में सेवानिवृत्त हो जाते हैं। राजनीतिक पार्टी भाजपा में सेवानिवृत्ति की आयु 75 वर्ष है आपकी उम्र 82  साल है।  जैसे भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सेवानिवृत्त हो गए आपको भी हो जाना चाहिए था तथा युवा नेतृत्व को मौका देना चाहिए था। आपको मार्गदर्शन करना चाहिए था।   अजित पवार का संबोधन बांद्रा में पहले हुआ इसलिए उनके द्वारा उठाये गए कुछ मामलों का जवाब यशवंत राव  प्रतिष्ठान में  सुप्रिया सुले और शरद पवार ने अपने संबोधन द्वारा देने की कोशिश की। यशवंत राव प्रतिष्ठान में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि अजित पवार को दिक्कत थी तो मुझसे बोलना चाहिए था। शरद पवार ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई चुनाव चिन्ह देखें हैं। इसलिए कोई कहता है कि चिन्ह लेकर जायेंगें तो  मैं घड़ी चुनाव चिन्ह जाने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का चेहरा मोहरा बदलूंगा यही नीति है। जिन विचारों का विरोध उनके साथ जाना अयोग्य है। उन्होंने कहा पुलोद सरकार बनाया था यह निर्णय सबका था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बारामती की सभा के दौरान कहा था  कि देश को कैसे चलाना है यह शरद पवार से सीखो। शरद पवार  ने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व विभाजन कारी और नागरिकों में अंतर बढ़ानेवाला हिंदुत्व है जबकि शिवसेना का हिंदुत्व सबको साथ लेकर चलनेवाला है। शरद पवार ने 35 मिनट तक संबोधन किया। शरद पवार के बेटी सुप्रिया सुले ने अपने संबोधन में अजित पवार को जवाब दिया और कहा की मेरे मां -बाप पर नहीं जाना। मैं महिला हूँ मैं बोलूंगी तो आँखों से आंसूं निकल पड़ेंगें ।  महिला ही अहिल्या और जिजाऊ थी। यह एक व्यक्ति के विरोध में नहीं है यह भाजपा के विरोध में है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रवादी पर 70 हजार करोड़ के बैंक घोटाले का आरोप लगाया और उसी को सरकार में शामिल कर लिया। उन्होंने शरद पवार के उम्र के मामले पर अपने तर्क देते हुए कहा कि 82 तो सिर्फ आंकड़ा है। रतन टाटा, अमिताभ बच्चन, फारुख अब्दुल्ला जैसी हस्तियां उम्र में बड़ी हैं लेकिन अपने -अपने क्षेत्र में  सक्रिय हैं।  उन्होंने कहा कि हमें भाजपा के झूठ के खिलाफ लड़ना है। आज के बाद महाराष्ट्र में तुमको खाने नहीं दूंगी। सुप्रिया सुले ने कहा कि आप 33 फीसदी आरक्षण महिलाओं को क्यों नहीं देते। इस अवसर पर जयंत पाटिल ने कहा कि  जो शिवसेना के साथ हुआ वही राष्ट्रवादी के साथ हो रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है जिसके 105 विधानसभा सदस्य हैं लेकिन उस भाजपा के केवल आठ विधायक मंत्री हैं। दूसरे  की कब्र खोदते-खोदते भाजपा खुद अपनी कब्र खोद रही है। 

You may also like

Leave a Comment