भागे चिमटा खींचकर, सखा अजीत पवार
रोटी तो पलटी नहीं,लूट लिए घर-द्वार
लूट लिए घर-द्वार,शरद जी हुए किनारे
नए-नए चाणक्य,शाह बाबू से हारे
कह सुरेश शिवसेना तोड़ घड़ी को दागे
हे नितीश,देखो क्या होता आगे-आगे
सुरेश मिश्र
भागे चिमटा खींचकर, सखा अजीत पवार
रोटी तो पलटी नहीं,लूट लिए घर-द्वार
लूट लिए घर-द्वार,शरद जी हुए किनारे
नए-नए चाणक्य,शाह बाबू से हारे
कह सुरेश शिवसेना तोड़ घड़ी को दागे
हे नितीश,देखो क्या होता आगे-आगे
सुरेश मिश्र