अज्ञात ने विज्ञापन दिया , शिवसेना का कोई संबंध नहीं – शंभूराजे देसाई
विशेष संवाददाता
मुंबई@nirbhaypathik:मंगलवार 13 जून को प्रमुख अखबारों के प्रथम पृष्ठ पर एक विज्ञापन दिया गया है ” राष्ट्र में मोदी , महाराष्ट्र में शिंदे ऐसा सन्देश इस विज्ञापन से दिया है। इसके पहले महाराष्ट्र की राजनीति में ” देश में नरेंद्र और महाराष्ट्र में देवेंद्र ” ऐसी घोषणा दी गयी थी। लेकिन मंगलवार को प्रमुख अख़बारों के पहले पेज पर दिए गए विज्ञापन में ” राष्ट्र में मोदी , महाराष्ट्र में शिंदे ” ऐसा सन्देश छापा गया है। इस विज्ञापन से महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मच गयी है। इस विज्ञापन मामले में अनेक लोगों ने प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित शिंदे गुट के नेताओं ने विज्ञापन में किये गए दावों का समर्थन किया। भाजपा के नेता ने भी इस विज्ञापन पर अपनी राय व्यक्त की। इस घटनाक्रम के बाद शिंदे गट के नेता शंभूराजे देसाई ने यू टर्न लिया है। माना जा रहा है कि भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया के कारण ऐसा हुआ। मंत्री शंभुराजे देसाई ने मंत्रालय पत्रकार कक्ष में इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि आज के अखबारों में छप कर आए विज्ञापन से शिवसेना का कुछ भी संबंध नहीं है। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के हित चिंतक ने यह विज्ञापन दिया होगा। लेकिन एक बात समाधानकारक है कि पहले और दूसरे क्रमांक पर शिवसेना और भाजपा के ही नेता हैं। शिवसेना – भाजपा युति और हमारे मित्र पक्ष 50 फीसदी से आगे हैं यह सर्वेक्षण से सामने आया है। हमारा पहले और दूसरे क्रमांक के लिए खींचतान नहीं है। हमारी साझा जिम्मेदारी है। बालासाहेब ठाकरे और अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदुत्व के मुद्दे पर 30 साल पहले जो युति की थी वह युति आगे ले जाने का काम हम कर रहे हैं। इसको लोगों ने पसंद किया। इससे हम संतुष्ट हैं। विशेष बात यह है कि शिंदे गुट के विभिन्न नेताओं की तरफ से संबंधित विज्ञापन के दावे का समर्थन किया गया है। शंभूराजे देसाई ने भी मंगलवार की सुबह को मीडिया से बात करते हुए विज्ञापन के सन्देश का समर्थन किया था। एकनाथ शिंदे द्वारा अख़बारों को दिए गए विज्ञापन में बालसाहेब ठाकरे का फोटो नहीं है संजय राउत की इस टिप्पणी पर शंभूराजे देसाई ने कहा कि बालसाहेब ठाकरे हमारे हृदय में हैं। हम आज जो भी हैं वह बालसाहेब ठाकरे के कारण हैं। इसलिए कुछ भी बयानबाजी करके राउत वातावरण को बिगाड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं। यह एक सर्वेक्षण आया है। इसमें लोगों का मत जाना जाता है। महाराष्ट्र में हमारी युति है। सामान्य लोगों द्वारा दिया गया यह जनादेश है। जनमत का सम्मान करना चाहिए। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने मुख्यमंत्री पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि इस विज्ञापन से शिंदे ने स्वयं की खिल्ली उड़वाई है। तुम ( शिंदे ) जब इतने लोकप्रिय हो तो स्वराज्य संस्थाओं का चुनाव घोषित कर दो और जनता के मैदान में आओ। जनता के मैदान में जनता किसके पीछे है यह पता चल जायेगा। जनता महाविकास अघाड़ी के पीछे कितनी है , शिंदे गुट और भाजपा के पीछे कितनी है। यह चित्र साफ देखने को मिलेगा। अजित पवार ने कहा है कि स्वयं के लिए यह सर्वेक्षण कराया गया है। यह सर्वेक्षण किसने कहां किया है यह भी सवाल पवार ने उठाया।