औरंगजेब की इतनी संतानें अचानक कहां से उत्पन्न हो गईं?-देवेंद्र फडणवीस
नवीन कुमार
मुंबई/नागपुर/नवी मुंबई (निर्भय पथिक)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज जानकारी दी कि दंगों की घटनाओं पर विपक्ष द्वारा दिए जा रहे लगातार बयानों की वे जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि एक विशेष समुदाय की तत्काल प्रतिक्रिया के अलावा औरंगजेब और टीपू सुल्तान के महिमामंडन की घटनाओं के बीच संबंध की जांच करेंगे। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि महाराष्ट्र में अचानक औरंगजेब के इतने वंशज पैदा हो गए।
उन्होंने आज नवी मुंबई और नागपुर में मीडिया से बातचीत की। नवी मुंबई में मीडिया से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि कोल्हापुर में विपक्षी पार्टी के एक बड़े नेता कह रहे हैं कि दंगा होगा। मुझे आश्चर्य है कि टीपू सुल्तान और औरंगजेब के उत्थान की घटनाओं तत्काल बाद में घटित हुईं। क्या इस बयान और इन घटनाओं के बीच कोई संबंध है? पूछताछ की जा रही है कि अचानक कौन सामने आया और कहीं ये किसी के साथ धोखा तो नहीं कर रहे हैं। पूरी जांच के बाद इस बारे में विस्तार से बात करूंगा। लेकिन हम इस तथ्य की तह तक जाएंगे कि विपक्ष के दंगे वाले बयानों के बाद कई जिलों में औरंगजेब का कद बढ़ना महज संयोग नहीं है। औरंगज़ेब द्वारा सभी लोगों को एक स्वर में बोलना और एक विशेष समाज से उन्हें तुरंत जवाब देना, संयोग नहीं हो सकता। हम सभी जानते हैं कि औरंगजेब किसका करीबी है।
इस बीच नागपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमें यह पता लगाना होगा कि महाराष्ट्र में अचानक औरंगजेब के इतने वंशज कहां से पैदा हो गए। इसके पीछे कौन है इसकी भी जांच की जाएगी। इस बात की भी जांच की जाएगी कि क्या कानून व्यवस्था को भंग करने के लिए जानबूझकर ऐसे बच्चों को पैदा किया गया है। कोल्हापुर में स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। पुलिस की मौजूदगी है। कानून व्यवस्था भंग न हो इसका सभी को ध्यान रखना चाहिए और कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। यह छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र है। यहां औरंगजेब का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसा करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा। हम यह भी पता लगाएंगे कि महाराष्ट्र का नाम कौन खराब कर रहा है। हम यह भी पता लगाएंगे कि इन घटनाओं के पीछे मास्टरमाइंड कौन है। लेकिन, अगर कोई कानून हाथ में लेता है तो महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा धूमिल हो जाती है। अगर कोई कानून हाथ में लेगा तो कार्रवाई की जाएगी। औरंगजेब का महिमामंडन होगा तो गुस्सा आएगा। लेकिन, इसका मतलब कानून हाथ में लेना नहीं है।
फडणवीस से जब ठाकरे गुट की नई पहल के बारे में पत्रकारों ने सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि जनता के नेता जनता के पास जाते हैं और संवाद करते हैं, जबकि जो लोग घर पर बैठकर राजनीति करते हैं, वे पॉडकास्ट और फेसबुक लाइव करते हैं। शरद पवार के बयान के बारे में पूछे जाने पर कि देश में मोदी लहर थम गई है, इस पर फडणवीस ने कहा कि शरद पवार साहब सालों से सपने देखते आ रहे हैं। 2014, 2019 में भी उन्होंने सपना देखा था। उन्होंने इन दोनों सालों में एक ही तरह के बयान दिए। नतीजा भी आपके सामने है। वे अब ठीक उसी बयान को दोहरा रहे हैं।