मुंबई महानगरपालिका में हुए भ्रष्टाचार की ‘एसआईटी’ से जांच हो – भाजपा
मुंबई -@nirbhaypathik:मुंबई महानगरपालिका में नवंबर 2019 से अक्टूबर 2022 इस कालावधि के दौरान हुए 12 हजार करोड़ रुपये के विभिन्न कार्यों में निधि की हेराफेरी, ठेका देने में नियमों का उल्लंघन होने का दोषी ‘कैग’ की रिपोर्ट में लगाया गया है। इन मामलों की विशेष जांच समिति (एसआईटी) के माध्यम से जांच कराई जाए और इसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कराई जाये। यह मांग मुंबई भारतीय जनता पार्टी के महासचिव विधायक अमित साटम ने की है। इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र भेजने की जानकारी भी साटम ने गुरुवार को पत्रकार परिषद में दी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुए पत्रकार परिषद को वे संबोधित कर रहे थे। प्रदेश मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये, मीडिया विभाग प्रमुख नवनाथ बन, प्रदेश प्रवक्ता गणेश हाके इस दौरान उपस्थित थे। विधायक साटम ने बताया कि 1997 से जून 2022 इन 25 वर्षों में मुंबई महानगरपालिका के विभिन्न कामों में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार होने का शक है। इस संबंध में नवंबर 2019 से अक्टूबर 2022 इस कार्यकाल के दौरान करीब 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कामों का नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) द्वारा लेखा परीक्षण (ऑडिट) किया गया। इसमें 3 हजार करोड़ रुपये के काम कोरोना महामारी के दौरान के थे। इस लेखा परीक्षण में कैग ने अनेक कामों में सार्वजनिक निधि का दुरुपयोग होने, अधिकांश का गलत इस्तेमाल, सरकारी नियमों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन होने का अपना निरीक्षण दर्ज कराया है। नवंबर 2019 से जून 2022 इस कालावधि के दौरान महानगरपालिका ने 214 करोड़ रुपये से अधिक कामों का वितरण ठेका (टेंडर) न मंगाते हुए किया। 4 हजार 756 करोड़ के कामों को 64 ठेकेदारों को देते वक्त उनके साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया गया। समझौता नहीं किये जाने की वजह से महानगरपालिका ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कारवाई नहीं कर सकती। 3 हजार 356 करोड़ के 13 कामों में थर्ड पार्टी ऑडिटर नियुक्त नहीं किया गया था। इस प्रकार की जानकारी भी विधायक साटम ने दी। कैग की इस रिपोर्ट पर अमल करते हुए राज्य सरकार सेवानिवृत्त न्यायाधीशों जैसे निष्पक्ष व्यक्ति का समावेश करते हुए एक विशेष जांच समिति (एसआईटी) गठित कर जांच करे और इस मामलों में फौरन एफआईआर दर्ज कराये इस प्रकार की मांग विधायक साटम ने की है।