कितना भी कर लीजिए,इनका आप इलाज
फिर भी बाबू रहेगा,पप्पू -सा अंदाज
पप्पू-सा अंदाज, विदेशों में डोलेगा
उगलेगा बिष घोल,सखा जब भी बोलेगा
कह सुरेश हिय जमा जहर सागर के जितना
यार मुहब्बत का बाजार चलेगा कितना
सुरेश मिश्र
कितना भी कर लीजिए,इनका आप इलाज
फिर भी बाबू रहेगा,पप्पू -सा अंदाज
पप्पू-सा अंदाज, विदेशों में डोलेगा
उगलेगा बिष घोल,सखा जब भी बोलेगा
कह सुरेश हिय जमा जहर सागर के जितना
यार मुहब्बत का बाजार चलेगा कितना
सुरेश मिश्र