महाविकास आघाडी विसर्जन की ओर -भाजपा
मुंबई(@nirbhaypathik): सत्ता का मलिदा चखने के लिए इकट्ठा आई महाविकास आघाडी सत्ता जाने के बाद फूट की कगार पर है। लोकसभा, विधानसभा, महानगरपालिका चुनाव से पहले बड़ा भाई कौन है इसका दावा शुरू होने की वजह से महाविकास आघाडी अब विसर्जन की ओर बढ़ना शुरू हो गई है। इस प्रकार की तीखी आलोचना भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने सोमवार को की। वे भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुए पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्वेता शालिनी, मीडिया विभाग प्रमुख नवनाथ बन भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उपाध्ये ने कहा कि सिर्फ सत्ता पाने के लालच में कांग्रेस, राष्ट्रवादी और उद्धव ठाकरे एकसाथ आये थे। सत्ता जाने के बाद इन दलों में मान-अपमान और दावे-प्रतिदावे की लड़ाई शुरू हो गई है। ‘राष्ट्रवादी’ ने आघाडी में स्वयं को बड़ा भाई होने का दावा किया है। गैर अधिकृत पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अपने पीछे कितने लोग हैं इसकी गिनती न करते हुए लोकसभा की 19 सीटों पर दावा करने लगे हैं। किस आधार पर वे 19 सीटों पर दावा कर रहे हैं? इसका खुलासा संजय राऊत करें। इस प्रकार की मांग उपाध्ये ने की है।सत्ता गंवाने के बाद जनता के मुद्दों पर बोलने के बदले किसकी ताकत अधिक है? यह बताने में आघाडी के तीनों दल अपनी ताकत खर्च कर रहे हैं। एक-दूसरे का सहारा लिये बिना हम टिक नहीं पायेंगे। यह बात इन तीनों दलों को पचता है। जिंदा रहने के लिए एक-दूसरे के बीच ही स्पर्धा शुरू होने की वजह से आघाडी का कदमताल विसर्जन की ओर चालू है। ऐसा दावा भी उन्होंने किया है।
उपाध्ये ने कहा कि पहले किसी सरकारी एजेंसी ने पूछताछ के लिए तलब किया तो राजनेता चाहते थे कि इसकी चर्चा न हो। परंतु राष्ट्रवादी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के लिए जाते वक्त ऐसा दिखाने की कोशिश की है कि जैसे उन्होंने बहुत बड़े शौर्य का काम किया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस की मानसिकता इससे ही स्पष्ट हो जाती है।