लापता महिलाओं की जांच के लिए समिति गठित कर तलाश करनी चाहिए – राज्य महिला आयोग
विशेष संवाददाता
मुंबई(@nirbhaypathik): पिछले कुछ महीनों में राज्य में गुमशुदा महिलाओं और बच्चियों के आंकड़े चिंताजनक हैं और इन महिलाओं की जांच के लिए गृह विभाग को एक कमेटी बनाकर तलाशी अभियान चलाना चाहिएऔर हर पंद्रह दिन में की जाने वाली कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को सौंपनी चाहिए। यह सुझाव राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने गृह विभाग को दिया है।
राज्य में पिछले कुछ महीनों से बड़े पैमाने पर लड़कियां और महिलाएं गायब हो रही हैं इसमें 16 से 35 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं की संख्या अधिक है। लापता महिलाओं की जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस, गृह विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई की समीक्षा के लिए सोमवार को राज्य महिला आयोग कार्यालय में सुनवाई हुई। इस मौके पर महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, सदस्य एड. गौरी छाबड़िया, सुप्रदा फातर्पेकर, महिला एवं बाल अपराध निवारण विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक दीपक पाण्डेय, पुलिस महानिदेशक ( कानून व्यवस्था ) सुहास वारके, पुलिस उपायुक्त डॉ. स्वामी, गृह विभाग के संयुक्त सचिव राहुल कुलकर्णी, महिला आयोग की उप सचिव दीपा ठाकुर, कानूनी विशेषज्ञ वीरेंद्र नेवे उपस्थित थे।
इस बैठक में प्रदेश में गुमशुदा महिलाओं, पुलिस व गृह विभाग द्वारा उनकी जांच के लिए की जा रही कार्रवाई, गुमशुदा महिलाओं को ढूढ़ने में पुलिस को आ रही अड़चनें इस पर विस्तार से समीक्षा की गयी।
इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने कहा, राज्य से महिलाओं और बच्चियों का गायब होना चिंता का विषय है। आयोग 5 जनवरी, 2022 से विभिन्न एजेंसियों से संपर्क कर इस मामले पर नजर रख रहा है। अब तक आयोग ने राष्ट्रीय महिला आयोग, महिला एवं बाल विकास विभाग, गृह विभाग को जानकारी दी है। लापता महिलाओं का समय पर पता नहीं चलने पर खाड़ी देशों में उनकी तस्करी की जाती है ऐसा मामला भी सामने आया है । पुणे, पिंपरी चिंचवाड़ क्षेत्र में 82 परिवारों की महिलाएं विदेश चली गई हैं और उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है, इसलिए उनके भविष्य की चिंता सता रही है। प्रदेश में एक जनवरी से 31 मार्च के बीच 3594 महिलाएं लापता हुई हैं, हालांकि इसमें से कुछ का पता लगा लिया गया है तो भी कुल मिलाकर यह गंभीर मामला है। चूंकि आयोग इस मामले पर लगातार कार्रवाई कर रहा है, इसलिए मुंबई के साकीनाका इलाके के दो एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जो महिलाओं को बहला फुसला कर विदेश भेजते हैं। लेकिन चूंकि यह एक बड़ी व्यवस्था है, इसलिए इसके खिलाफ ठोस कार्रवाई जरूरी है। गृह विभाग ने राज्य में गुमशुदा प्रकोष्ठों की जांच के लिए समिति का गठन किया है, लेकिन यह भी तथ्य है कि अनेक जिलों में भरोसा सेल यह केवल कागजों पर हैं।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने गृह विभाग को सुझाव दिया कि गृह विभाग एक समिति गठित कर महिलाओं की जांच के लिए तलाशी अभियान चलाये और इस अभियान के तहत की गई कार्रवाई की रिपोर्ट हर 15 दिन में आयोग को सौंपे।
साथ ही लापता महिलाओं की तलाश के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित कमेटी में पुलिस को शामिल नहीं करने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि इसमें पुलिस को भी शामिल किया जायेगा।