आनंदकुमार पाण्डेय,
ठाणे: @nirbhaypathik:सुप्रीम कोर्ट से महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के नतीजे मौजूदा सरकार के पक्ष में आते ही शिंदे और फडणवीस सरकार के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। सुप्रीम कोर्ट से खबर मिलने के बाद शिवसेना (शिंदे) समर्थक ठाणे टेंभी नाका स्थित मुख्यालय आनंद आश्रम के बाहर एकत्रित हो गए। शिंदे समर्थकों ने जमकर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर व पटाखे फोड़कर ख़ुशी मनाया।
आघाड़ी में बिघाड़ी (फूट) का दावा
शिवसेना (शिंदे) प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने महाविकास आघाड़ी के एनसीपी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और कांग्रेस में जल्द ही बड़ी फूट का दावा किया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना (ठाकरे गुट) के बाकी विधायक और सांसद भी जल्द ही हमारे पास आएंगे। नरेश म्हस्के ने यह भी दावा किया कि अब एनसीपी और कांग्रेस भी टूटने की कगार पर हैं। कुल मिलाकर महाविकास अघाड़ी के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं।
“सुप्रीम” राहत से लौटी खुशियां
सुप्रीम कोर्ट के बहुप्रतीक्षित फैसले से शिंदे-फडणवीस सरकार को बहुत बड़ी राहत मिली है। इस नतीजे पर महाराष्ट्र सहित पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थीं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में सुबह से ही कार्यकर्ता परिणाम को लेकर उत्सुक थे। सुप्रीम कोर्ट से नतीजों की खबर मिलते ही ठाणे में दिवाली जैसी खुशी का माहौल बन गया। ठाणे के आनंद आश्रम पर शिंदे गुट द्वारा जमकर पटाखे फोड़े गए और मिठाइयां खिलाकर खुशियां मनाई गई।
जमा हुए ठाणे के दिग्गज शिवसैनिक
इस दौरान पूर्व महापौर व शिंदे गुट शिवसेना के प्रवक्ता नरेश म्हस्के, परिवहन समिति सभापति विलास जोशी, युवा सचिव पूर्वेश सरनाईक, पूर्व महापौर मीनाक्षी शिंदे, रमेश वैती, पवन कदम, हेमंत पवार, अमित जायसवाल, नितिन लांडगे, निखिल बुडजले सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित थे।
संजय राउत निशाने पर
आनंद आश्रम पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने विरोधियों और खासकर संजय राउत की जमकर आलोचना की। संजय राउत को सुबह का भोंपू करार देते हुए कहा कि सरकार छोड़ने की बात कहने वाले लोगों को इस फैसले के बाद करारा तमाचा लगा है। म्हस्के ने कहा कि संजय राउत के लटके चेहरे से उनका भाव झलक रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की आलोचना केवल विरोधियों की सहानुभूति के लिए है।
अगला राज्य चुनाव शिंदे के नेतृत्व में
इस बीच गुरुवार को उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की है कि आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़े जाएंगे। म्हस्के ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया है कि जहां उद्धव ठाकरे 50 विधायकों को अपने पास नहीं रख पाए तो वे राज्य क्या संभाल पाते। म्हस्के ने खुलकर दावा किया है कि महाविकास अघाड़ी के कई विधायकों के साथ कई सांसद भी हमारे संपर्क में हैं जिन्हें जल्द ही पार्टी में शामिल किया जाएगा।