यह न्याय और लोकतंत्र की जीत है – केंद्रीय मंत्री राणे
विशेष संवाददाता
मुंबई (@nirbhaypathik):केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला न्याय और लोकतंत्र की जीत है। वे नरीमन पॉइंट स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रदेश मुख्यालय के संयुक्त प्रभारी सुमंत घैसास, प्रदेश प्रवक्ता अतुल शाह, गणेश हाके आदि मौजूद थे।
राणे ने कहा कि जिन लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि हमारी सरकार दोबारा आएगी, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उन्हें करारा तमाचा लगा है। शिंदे-फडणवीस सरकार के पक्ष में आए नतीजे ने कई लोगों के पेट में दर्द पैदा कर दिया है। उद्धव ठाकरे और उनके कुछ साथी नैतिकता की भाषा का इस्तेमाल कर समझदारी की सलाह दे रहे हैं.लेकिन 2019 के नतीजे के बाद जब बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला तो ठाकरे ने सिर्फ मुख्यमंत्री की कुर्सी की खातिर हिंदुत्व और नैतिकता का त्याग कर दिया और कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिला लिया। भाजपा को धोखा देने वालों को नैतिक सलाह देने का कोई अधिकार नहीं है। राणे ने इन शब्दों में उद्धव ठाकरे को जमकर खरी खोटी सुनाई।
कोर्ट के फैसले के बाद प्रतिक्रिया देते हुए नारायण राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे द्वारा दिए गए बयानों पर गौर करें तो संविधान की बुनियादी जानकारी ठाकरे को नहीं है यह दिखा। आगामी लोकसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे अपने दम पर एक सांसद चुन कर लाये मैं उनको ऐसी चुनौती देता हूँ। राणे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बधाई दी। और आशा जताई कि शिंदे-भाजपा सरकार भविष्य में राज्य को और आगे ले जाएगी।