मॉरीशस के उद्योगपतियों को फडणवीस ने बताई महाराष्ट्र में संभावनाएं
विशेष संवाददाता
मुंबई(Nirbhay Pathik),: मॉरीसस के मोका में 28 अप्रैल को इंडो मॉरीसस बिज़नेस फोरम की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में मॉरीसस के उद्योग जगत के अनेक दिग्गजों को महाराष्ट्र की संभावनाएं बताते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें महाराष्ट्र में निवेश करने के लिए आगे आने की अपील की। महाराष्ट्र और मॉरीशस के बीच निवेश करने के लिए एक मंच स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए इकोनॉमिक डेवलपमेंट बोर्ड, मॉरीसस ( ईडीबी ) और एमआईडीसी के बीच एक समझौता करार पर हस्ताक्षर किये गए। इस समझौता करार का उद्देश्य महाराष्ट्र और मॉरीसस के बीच निवेश सहयोग को बढ़ाना , व्यापार को बढ़ावा देना, इसके लिए तंत्र विकसित करना, संस्थागत संबंधों को बढ़ाना, क्षमता निर्माण का कार्य करना, और आर्थिक संबंधों को गति देना है। इस अवसर पर मॉरीसस के वित्तमंत्री डॉ रेनगनाडेन पदयाची, विदेश मंत्री एलन गानू सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री दीपक बाल गोबिन और भारत की उच्चायुक्त नंदिनी सिंघला तथा बड़ी संख्या में मॉरीसस के उद्योजक उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि एलन गलू ने यहाँ आमंत्रित करने की बड़ी पहल की इसलिए मैं उनका धन्यवाद अदा करता हूँ। आज का दिन महाराष्ट्र और मॉरीशस की दोस्ती के लिए ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र,भारत के अग्रणी राज्यों में से एक है। महाराष्ट्र का निर्यात, भारत के कुल निर्यात का 25 फीसदी हिस्सा है। औद्योगिक उत्पादन में 20 फीसदी की हिस्सेदारी है। देश में कुल विदेशी निवेश का 28 फीसदी निवेश महाराष्ट्र में होता है। कोविड काल को छोड़ दें तो महाराष्ट्र का सीएजीआर ( कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट ) लगातार 10 फीसदी रहा है। महाराष्ट्र की 57 फीसदी आबादी 27 साल से कम उम्र की है। अधिकांश विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा बिजली का उत्पादन और सबसे ज्यादा बिजली की खपत होती है। महाराष्ट्र की डेटा क्षमता 65 फीसदी है। महाराष्ट्र देश की स्टार्ट अप राजधानी है। 80 ,000 स्टार्ट अप में से 15 ,000 और 100 में से 25 यूनिफार्न महाराष्ट्र में हैं। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र देश के बाघ की राजधानी भी है। इसकी समुद्र तटीय किनारा 700 किलोमीटर है। राज्य सरकार लगातार ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस पर काम कर रही है। समझौता करार जिस पर आज हस्ताक्षर किये गए वह मॉरीशस के उद्यमियों के लिए बड़ा द्वार खोलेगा। ‘यात्रा की गति ‘और ‘डेटा की गति ‘ महाराष्ट्र की विशेषता है। महाराष्ट्र में एक के बाद एक मूलभूत सुविधाओं का कार्य जारी है और दूसरी तरफ फायबर के जरिये अंतिम व्यक्ति तक इंटरनेट पहुँचाया जा रहा है। अब इसमें 5 जी की तकनीक का समावेश होगा। फडणवीस ने यह भी कहा कि एजेपी समझौता महाराष्ट्र – मॉरीसस के विकास का केंद्र बिंदु साबित होगा। हमारे प्रधानमंत्री हमेशा इस बात पर जोर देते हैं कि राज्यों को अन्य देशों के साथ अपने संबंधों को अधिक से अधिक बढ़ाना चाहिए। राज्यों में भारत बसता है इसके पीछे उनकी यही भावना है। आज भारत के पास जी-20 की अध्यक्षता है। भारत उनके नेतृत्व में वसुधैव कुटुम्बकम , एक धरती – एक परिवार – एक भविष्य की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है। फडणवीस ने कहा कि भारत ने कोरोना काल में और उसके बाद भी अपनी अर्थव्यवस्था की रफ़्तार को बनाये रखा है।