मुंबई.(निर्भय पथिक): राज्य सरकार के आदेश पर मुंबई महानगरपालिका 1750 करोड़ की लागत से मुंबई का सौंदर्यीकरण कर रही है. मुंबई के फुटपाथ चौराहों, बीच, डिवाइडर, दीवार और फ्लाईओवर को विभिन्न रंगों से चमकाया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ जगह जगह लगाए गए अवैध बैनर मुंबई की सुंदरता को मुंह चिढ़ा रहे हैं. जिन अधिकारियों को अवैध बैनरों पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी है वे छुट्टी मनाने में व्यस्त हैं. मुंबई के फुटपाथ, बगीचे की दीवार और फ्लाईओवर के नीचे खाली जगह अवैध बैनरों से पटे पड़े हैं. मनपा अधिकारियों के नाक के नीचे अवैध बैनरों की भरमार भी उन्हें दिखाई नहीं दे रही है. मुंबई हाईकोर्ट के सख्त आदेश के बाद भी राजनीतिक कार्यक्रम, त्योहार, अथवा जलसे के समय अवैध बैनर लगा कर मुंबई शहर का चेहरा विद्रूप किया जा रहा है. फिर भी मनपा अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.एक तरफ सौंदर्यीकरण किया जा रहा है दूसरी तरफ मुंबई शहर के चेहरे पर अवैध रूप से लगाए गए बैनर काला धब्बा बन कर लटके हुए हैं.मुंबई में कहीं भी बैनर लगाने के लिए बीएमसी वार्डों से अनुमति लेना आवश्यक है. बीएमसी की अनुमति के बिना हर गली कूचे अवैध बैनरों, होर्डिंग से पटे पड़े हैं. बीएमसी अधिकारी लगातार तीन दिन की छुट्टी मनाने में व्यस्त हैं. वहीं राजनीतिक दबाव में बीएमसी अधिकारी हाईकोर्ट के आदेश को भी परे रख कर अवैध बैनरों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.