रामनवमी शोभा यात्रा के बाद हुए पथराव के बाद मालवणी में तनावपूर्ण शांति
मुंबई (निर्भय पथिक): रामनवमी शोभायात्रा निकालने के दौरान मलाड मालवणी में दो गुटों में हुई झड़प के बाद हुए पथराव के बाद मुंबई के पश्चिम उपनगर मलाड के मालवणी इलाके में आज तनावपूर्ण शांति है. पुलिस ने दंगा करने के आरोप में 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है. अब तक 20 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है. मालवणी पुलिस स्टेशन में देर रात तक ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर सत्यनारायण चौधरी, पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा भी मामले को आगे बढ़ने से रोकने के लिए डटे रहे. पुलिस सूत्रों के अनुसार एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू है.गौरतलब हो कि कल रात राम नवमी शोभा यात्रा के दौरान हुई नारेबाजी के दो गुटों में झड़प के बाद दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया था. पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया था. पत्थरबाजी में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भेजा गया था. पथराव में कम से कम 15 लोग घायल हुए थे.
मालवणी में माहौल खराब होते देख पुलिस के सभी बड़े अधिकारी मौके पर मोर्चा संभाले हुए थे.एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजीव जैन, पुलिस उपायुक्त अजय कुमार बंसल, मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त (कानून व्यवस्था) सत्यनारायण चौधरी पुलिस स्टेशन में बैठ कर हालात की पल पल जानकारी ले रहे थे. मुंबई पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई के कारण कोई अप्रिय घटना होने से बच गई.मालवणी पुलिस ने देर रात कार्रवाई कर 20 दंगाइयों को हिरासत में लिया था. सभी पर दंगा करने का मामला दर्ज किया गया है. भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने तेजिंदर सिंह तिवाना के नेतृत्व में पुलिस स्टेशन का घेराव कर सीनियर पीआई भालेराव को निलंबित करने की मांग कर रहे थे. हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद मामला शांत हो गया था.
मालवणी की तरह ही पवई में भी रामनवमी पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी. रमजान महीने में लगाया गया एक बैनर शोभायात्रा के बीच में आ रहा था. लोगों ने मुस्लिम समाज के लोगों से बैनर हटाने के लिए कहा, वहां से कहा गया कि बगल में करके निकल जाओ, बैनर हटाते समय लगाए गए जयश्री राम के नारे के कारण मुस्लिम समाज के लोगों ने भड़क कर बैनर हटाने से मना कर दिया. उसके दोनों तरफ से तनाव की स्थिति बन गई. हालांकि पुलिस ने दोनों तरफ के लोगों को पुलिस स्टेशन लाकर विवाद को बढ़ने से रोक दिया.