राहुल का अपमान मामले में विपक्ष का बहिर्गमन
विशेष संवाददाता
मुंबई , महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विधान भवन परिसर में राहुल गाँधी का अपमान करने वाले सत्ता पक्ष के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की मांग दूसरे दिन भी की गयी। यह मांग दोहरानेवाले महाविकास अघाड़ी के सदस्यों ने अपनी मांग नहीं पूरी होने पर निषेध करते हुए सदन से बहिर्गमन भी किया। बजट सत्र के अंतिम दिन शनिवार 25 मार्च को जैसे विधानसभा का नियमित कामकाज 11 बजे शुरू हुआ। कांग्रेस के अशोक चव्हाण ने कहा कि कल (शुक्रवार ) का विषय ( राहुल गाँधी की तस्वीर को सीढ़ियों पर चप्पल मारना ) अत्यंत गंभीर विषय है। राहुल गांधी का पहले अपमान किया गया था उसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने भाजपा के शीर्ष नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की थी और फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने एक दूसरे के राष्ट्रीय नेताओं के बारे में भी विधानसभा में काफी देर तक निरंतर अपमान जनक नारेबाजी कर रहे थे । अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि जो राहुल गाँधी के बारे में घटना हुई है, उस पर विधान परिषद की उपसभा पति से चर्चा हुई है। उनको विश्वास में लेकर रूलिंग देना है। मैं प्रश्नोत्तर के बाद उनसे चर्चा करके रूलिंग दूंगा। इस पर कांग्रेस के नाना पटोले खड़े हो गए और ऐतराज जताने लगे। जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि बैठिये। उनको विश्वास में लिए बगैर रूलिंग दूँ तो चलेगा। लेकिन नाना पटोले सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। यह मामला प्रश्नोत्तर काल के दौरान हुआ। इसके कुछ मिनट बाद कांग्रेस के बालासाहेब थोरात ने कहा कि इतिहास में घटित यह पहली घटना है। सीढ़ियों पर बैठकर कभी तुमने आंदोलन किया कभी हमने। आदरणीय राहुल गाँधी जी के बारे में यह घटना थी ,वह हमारे राष्ट्रीय नेता हैं। तुम्हारे पास भी राष्ट्रीय नेता हैं। हमारे पास चप्पल नहीं है ऐसा नहीं है। हमने यह भी कहा है कि हमारे सदस्यों ने गलती की तो उनको भी सजा दो। वह निर्णय देने में क्यों समय लगता है। यह पांच मिनट का विषय है। इसमें ऐसा निर्णय दो जो आगे के लिए इम्पोर्टेन्ट हो नहीं तो दूसरे राष्ट्रीय नेताओं के साथ यह हो सकता है। जिस पर अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि यह मामला विधान सभा और विधान परिषद दोनों से सम्बंधित है। दोनों पीठासीन अधिकारियों के साथ आकर निर्णय लेना होगा। यह रूलिंग मैंने दिया है इसका सम्मान रखते हुए सदन का कामकाज आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने सदन में विरोध स्वरुप काला फीता बांधे विपक्ष के सदस्यों से कहा कि अब अचार संहिता की बारे में मैं बोल दूँ । सदन में काला फीता लगाकर नहीं बैठें । विपक्षी महाविकास आघाडी के घटक राकांपा के जयंत पाटिल ने कहा कि जैसे मेरा निलंबन किया था वैसे इनका भी करिये। पाटिल ने कहा हम सभा त्याग करते हैं और विपक्ष के सदस्य सदन से वाक आउट कर दिए। उसके बाद दिन भर विपक्ष के सदस्य सदन के बाहर रहे। सत्ता पक्ष के सदस्य सदन में मौजूद रहे। सदन का कामकाज निरंतर जारी रहा और इसी दौरान उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘ कैग’ की रिपोर्ट भी सदन में पेश की । अंतिम सप्ताह प्रस्ताव पर हुई चर्चा पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया। विधानसभा में सत्र के समापन की घोषणा अध्यक्ष द्वारा करने के कुछ कुछ मिनट पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र गीत के लिए विपक्ष के सदस्य सदन में आ जाये तब भी सदस्य सदन में नहीं आये। अध्यक्ष ने विधानसभा में इस सत्र के समापन की घोषणा की। इस दौरान विपक्ष के सदस्य काली पट्टी पहने हुए सदन के बाहर विरोध जताते रहे । विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने पत्रकार परिषद को संबोधित किया। उनके साथ बालासाहेब थोरात भी थे। इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकार परिषद की।