पानी के 10 हजार करोड़ के घोटाले की होगी जांच
विशेष संवाददाता
मुंबई(निर्भय पथिक): नगर विकास विभाग के प्रभारी मंत्री उदय सामंत ने शुक्रवार को विधानसभा घोषणा की कि मुंबई में टैंकरों के जरिए 10 हजार करोड़ के पानी के घोटाले की जांच अतिरिक्त आयुक्त के मार्फत कराई जाएगी। भाजपा के बांद्रा के विधायक आशीष शेलार ने मुंबई में पानी की समस्या को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया था। वे उसके जवाब में बोल रहे थे। शेलार ने कहा कि मुंबई के दो वार्ड में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चौबीस घंटे जलापूर्ति की योजना को लागू करने की योजना बनी थी। इसके लिए मुलुंड और बांद्रा पश्चिम का चयन किया गया। ये दोनों प्रोजेक्ट असफल रहे। इसके लिए 150 करोड़ रुपए कंसल्टेंट को दिए गए तथा 250 करोड़ रुपए ठेकेदार को। कुल 500 करोड़ रुपए का खर्च इस प्रोजेक्ट पर किया गया है। यदि इतना पैसा दो वार्ड के आम लोगों में बांट दिया जाता वे बिसलरी पानी खरदीकर पी सकते थे। इसके विपरीत बांद्रा पश्चिम को जो पानी मिलता था, उसका समय बदला गया और पानी का दबाव कम कर दिया गया। इससे नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने सवाल किया कि पानी देने का समय बदलने से कम से कम 18 से 20 घंटे पानी मिलेगा? इसके अलावा मुंबई में लीकेज के चलते 30 फीसदी अर्थात 500 करोड़ लीटर पानी बेकार चला जाता है, उसे बचाने की कोशिश की जाएगी?
शेलार ने कहा कि मुंबई में 1900 कुएं हैं, इसमें 12500 बोरवेल हैं। केंद्रीय भूजल विभाग के निरीक्षण में सामने आया कि एक बोरवल से टैंकर के माध्यम से 80 करोड़ रुपए की पानी की चोरी होती है। इसका अर्थ है कि मुंबई में टैंकर के मार्फत 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया जाता है। क्या सरकार इसकी जांच कराएंगी? इसके जवाब में प्रभारी मंत्री उदय सामंत ने कहा कि मुंबई में टैंकर के जरिए पानी चोरी की जांच की जाएगी। पानी के लीकेज को रोकने के लिए सभी उपायों पर विचार किया जाएगा। साथ ही बांद्रा पश्चिम में पानी आपूर्ति के समय में बदलाव की सूचना मुंबई महानगरपालिका को दी जाएगी। सामंत ने सदन को आश्वस्त किया कि पानी आपूर्ति को लेकर मुंबई के विधायकों की शिकायतों को लेकर एक बैठक ली जाएगी। मंत्री सामंत ने कहा कि समान पानी वितरण के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदेश दिया था। उसकी रिपोर्ट भी तैयार है उसको भी पेश करेंगे। फ्लो मीटर भी लगवाएंगें । इस चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के योगेश सागर ने कहा कि जितनी पानी की आपूर्ति मुंबई के लिए की जाती है उसके मुताबिक 1 करोड़ 50 लाख आबादी वाले इस शहर में प्रति व्यक्ति 300 लीटर पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि 30 फीसदी पानी तो लीकेज में चला जाता है। इस चर्चा में मनीषा चौधरी , रविंद्र वायकर , अतुल भातखलकर , सुनील राणे आदि सदस्यों ने भी भाग लिया।
महाराष्ट्र :10 हजार करोड़ के पानी घोटाले की होगी जांच
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