सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने किया हंगामा
संजीव शुक्ल
मुंबई(निर्भय पथिक): शुक्रवार को विधानसभा में पक्ष और विपक्ष सदस्यों ने एक दूसरे के शीर्ष नेताओं के खिलाफ नारे लगाए और जमकर हंगामा किया। दोनों तरफ से जारी हंगामें के कारण सदन का कामकाज कई बार स्थगित करना पड़ा। सदन का कामकाज 11 बजे जब शुरू हुआ तो कांग्रेस के नाना पटोले ने पूछा कि कल जो राहुल गाँधी के खिलाफ आंदोलन ( चप्पल मारने का ) किया गया था उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। जिस पर सत्तापक्ष के सदस्य आशीष शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ आप लोग खोके- खोके कहकर प्रदर्शन किया तो क्या कार्रवाई हुई। मंत्री शम्भू राजे देसाई भी विपक्ष के ऊपर विफर पड़े । इस पर विपक्षी महाविकास अघाड़ी सरकार की घटक कांग्रेस के सदस्य हंगामा करने लगे। वे प्रधानमंत्री का नाम लेकर उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्य भी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी का नाम लेकर उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामें के कारण सदन का कामकाज कई बार स्थगित किया गया। इस दौरान 11. 54 को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी सदन में आ गए। 12. 03 मिनट पर अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पुनः आसन पर आये । अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने रूलिंग देते हुए कहा कि कल विधान भवन परिसर ( राहुल गांधी मामला ) में जो हुआ वह बहुत गलत था। आज भी सदन में जो हुआ वह भी गलत है। मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को जो कहा गया वह गलत है। उसकी जाँच करके कार्रवाई करेगें। मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के बारे में बार – बार गलत कहा गया । कल इस पर निर्णय देगें। एसओपी ( स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर ) तैयार करेंगे वह सभी सदस्यों पर लागू होगा। कांग्रेस के नाना पटोले ने कहा मोदी सरकार . . है इसकी जाँच करके कार्रवाई करो। इसका समर्थन नहीं करेंगे। हमारे यहाँ का है तो भी कार्रवाई करिये। विधिमंडल का देश में मान है। उसको मलिन करने का काम है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सदन में जो हुआ उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक आरोप करना, देश भर में इस तरह उनका अपमान करना गलत है। हम उसका समर्थन नहीं करते। हमें भी अपशब्द कहना, गद्दार बोलना, मिन्दे बोलना गलत है। सावरकर का अपमान करना देशद्रोह है। सदन का डेकोरम है इसकी गरिमा है। हम बोलते नहीं इसका मतलब हम बोल नहीं सकते ऐसा मत समझो। आदरणीय प्रधानमंत्री ने जग भर में कीर्ति फैलाने का कार्य किया है। देश के प्रधानमंत्री का अपमान हम क्या, देश की जनता भी सहन नहीं करेगी। उन्होंने विपक्ष को कहा आपके नेता ने क्या बोला कि इस देश में लोकतंत्र खतरे में है तो भारत जोड़ो यात्रा कैसे निकाला। मैं दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का मान रखता हूँ। हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलोगे तो बिलकुल सहन नहीं करेंगे। सदन का अपमान करोगे तो कौन सहन करेगा। सावरकर का अपमान कौन सहन करेगा। इस सदन का मान रखना चाहिए इस विधान भवन के कैंपस में 8 महीने के दौरान हमारे खिलाफ बार – बार नारेबाजी कर रहे थे। 8 महीने जो अपमानास्पद कहा उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस के बालासाहेब थोरात ने कहा जो – जो गलत व्यवहार है। जो अब तक कभी नहीं हुआ था वह हुआ आप इस पर कार्रवाई करिए।