क्या हाईकमान के निर्देश पर बागेश्वर सरकार के विरोध से पीछे हटे नाना पटोले
विशेष संवाददाता
मुंबई,(निर्भय पथिक): बागेश्वर धाम सरकार यानि पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने मुझसे बात की। यह कहना है कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का। सोमवार 20 मार्च को उनसे विधान भवन में मुलाकात हुई तो अनौपचारिक तौर पर मीरा रोड में हुए पंडित शास्त्री के दो दिवसीय कार्यक्रम की सफलता पर चर्चा हुई। उन्हें जब कहा गया कि आप धीरेन्द्र शास्त्री का विरोध करके बैकफुट पर आ गए ,तो उन्होंने बताया कि उनके पास कार्यक्रम शुरू होने वाले दिन फोन आया था और उन्होंने कहा कि आपको कुछ गलत फहमी हो गयी। मैंने उनसे कहा कि आप संत होकर ऐसी बात करते हैं। जब नाना पटोले को कहा गया कि धीरेन्द्र शास्त्री अच्छा कार्य कर रहे हैं उन्होंने यहां महाराष्ट्र की बहुत प्रसंशा की। वे लोगों को शराब छोड़ने के लिए कह रहे हैं, मांसाहार छोड़ने को कह रहे हैं तो वह चुप रहे। जब उनसे पूछा गया कि इस मामले पर दिल्ली से पार्टी ने आपको कुछ नसीहत दी तो भी चुप रहे। उन्होंने कहा मेरा विरोध उनके लिए नहीं था। ज्ञातव्य है कि नाना पटोले, पंडित धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा महाराष्ट्र के संत तुकाराम के बारे में निजी बात कह देने का हवाला देते हुए विरोध जताया था । हालाँकि पंडित शास्त्री ने संत तुकाराम से जुड़े उस बयान पर माफी मांग ली थी। मीरा भायंदर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीतने वाली गीता जैन ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी । साल 2024 के चुनाव को जीतने के उद्देश्य से यह आयोजन वहां किया गया ऐसी चर्चा रही। मैदान की क्षमता से अधिक लोग वहां आये और लोगों को बहुत असुविधा हुई ऐसे में अगर कोई भगदड़ मचती तो बड़ी दिक्कत पैदा हो सकती थी । नाना पटोले ने कहा कि इससे उनको चुनाव में फायदा नहीं होगा।