मेरा राजनीतिक करियर तबाह करने की साजिश की गयी थी – फडणवीस
संजीव शुक्ल
मुंबई(निर्भय पथिक), मेरी पत्नी पर दबाव डालकर उनको पैसे का लालच देकर और ब्लैकमेल करके काम करवाने और उसके साथ मेरा राजनीतिक करियर तबाह करने की साजिश मेरे कुछ राजनीतिक मित्रों द्वारा रची गयी थी। यह सब कुछ राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण हुई कि नहीं यह पूरी जांच होने के बाद कह सकूंगा। यह वक्तव्य उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति किस निचले स्तर तक गयी है उसको देखते हुए निश्चित दुःख होता है। विपक्ष के नेता अजित पवार ने पॉइंट ऑफ़ इनफार्मेशन के तहत बोलते हुए कहा था कि इंडियन एक्सप्रेस के प्रथम पृष्ठ पर खबर प्रकाशित हुई है कि उपमुख्यमंत्री की पत्नी अमृता ने फैशन डिजाइनर के खिलाफ एफआयआर दर्ज कराया है। वास्तविक मामला क्या है इस पर उन्होंने जानकारी देने का आग्रह किया। जिस पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार का आभार माना और कहा कि आपने इस बारे में जानकारी देने का मौका दिया। उसके बाद उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी ( अमृता फडणवीस ) के द्वारा एक एफआईआर दर्ज कराया गया है। लेकिन इसको पब्लिक नहीं करवाया। दो दिन में यह मामला कोर्ट में गया और वहां से जानकारी बाहर गयी। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन को बताया कि अनिल जयसिंघानी 7-8 साल से फरार है उसके खिलाफ 14 -15 मामले दर्ज है । उसकी एक बेटी उच्च शिक्षित है और बहुत होशियार है। वह साल 2015 -16 में पत्नी अमृता को बीच -बीच में मिलती रहती थी। साल 2021 में भी पत्नी अमृता को मिली थी और उनको उसने बताया कि मैं फैशन डिजाइनर हूँ और कपड़े डिजाइन करती हूँ । मेरा बिजनेस है। मैं आर्टिफिसियल ज्वेलरी तैयार करती हूँ। टॉप 50 महिलाओं में जल्द ही मेरा नाम शामिल होने वाला है। मेरी मां का पहले ही देहांत हो गया है इसलिए एक किताब का प्रकाशन भी करना है। किताब अमृता के हाथों से घर में ही रिलीज करवाया। अच्छी तरह विश्वास जम जाने के उसने अमृता से कहा कि आप मेरा डिजाइन किया हुआ कपड़ा पहनिए। उन्होंने अमृता को कुछ डिजाइन किये हुए कपड़े पहनने के लिए भी दिए । मुंबई में ऐसे अनेक जन डिजाइनर ड्रेसेस कुछ इवेंट में पहनने के लिए देते हैं और वापस भी लेते हैं। अमृता सोशल फील्ड में होने से उसे कुछ ड्रेस लेती थी जिससे विश्वास अधिक बढ़ा। उन्होंने उनको बताया कि मेरे पिता को झूठे केस में फंसाया गया है। जिस पर अमृता ने उससे कहा कि निवेदन दे दो। तब तक हमारी सरकार नहीं आयी थी। हमारे सत्ता में आने पर उसने एक दिन अमृता से संपर्क करके कहा कि मेरे पिता कई बुकियों को पहचानते हैं। पुलिस को और एक – दूसरे के विरोध में जानकारी देकर छापा डलवाते हैं तो उससे दोनों तरफ से भरपूर पैसे मिलेंगे । तुम मेरी मदद करो तो दोनों का बहुत फायदा है। जिसे अमृता ने मजाक में उड़ा दिया और कहा ऐसी फालतू बात मुझसे मत करो। उसके बाद बार – बार फ़ोन करके बुकी के बारे में बोलने लगी। उसने ये भी कहा कि उसके पिता को छुड़वाने के लिए 1 करोड़ रुपये देगी। जब बुकी का विषय बार – बार आया तो अमृता ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया।कुछ दिन में एक अज्ञात नंबर से उसने कुछ ऑडियो और वीडियो क्लिप भेजे। उसमें कुछ वीडियो में यह लड़की बाहर एक बैग में पैसे भर रही है। दूसरे क्लिप में वैसी बैग वह मेरे घर में काम करनेवाली बाई को दे रही है। हार डाल रही है। ऐसी विभिन्न बातें उसमें थी। उसके बाद उसने धमकी देना शुरू कर दिया। उसने कहा यह जो वीडियो डाले हैं उसकी अपेक्षा काफी कुछ मेरे पास है। या तो मेरे पिता को छुड़ाने का काम करिये नहीं तो तुम्हारी और तुम्हारे पति का करियर तबाह कर दूंगी। अमृता ने यह बात मुझे बतायी तो मैंने पुलिस को बुलाया अमृता ने एफआईआर दर्ज किया। इन सभी ऑडियो वीडियो की फारेंसिक जांच की गयी। प्रत्येक बात फ्रेम बाय फ्रेम स्पष्ट हो गयी। लेकिन पुलिस के सलाह के कारण यह एफआईआर हमने सार्वजनिक नहीं किया। पुलिस इस मामले में उनकी तरफ से कुछ जानकारी मिलती है क्या तफसीस कर रही थी। जिस पर अमृता ने उससे संपर्क रखा और उससे कुछ जानकारी लेनी शुरू की। तू यह सब किसके कहने पर कर रही हो यह बता दो तो तुम्हारे खिलाफ केस वापस ले लिया जायेगा। ऐसा कहने पर उसने कुछ बड़े – बड़े नेताओं के नाम लिया। उसने कहा कि विगत पुलिस आयुक्त के समय मेरे पिता के खिलाफ आपराधिक मामले वापस लिए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी लेकिन सरकार बदल गयी और वह रुक गया। बोलते -बोलते उसने कहा कि यदि तुम मेरी मदद करो तो मैं तुम्हारी तरफ से सबूत तैयार कर सकती हूँ। इसलिए इसमें राजनीतिक नेताओं का कितना सहभाग है यह बताना अभी संभव नहीं होगा जांच के बाद इस पर इस पर कितना विश्वास रखा जाए यह कह पाउँगा। हमने एफआईआर दायर किया उसके दो दिन बाद मामला कोर्ट में गया वहां से यह जानकारी मीडिया में गयी इसलिए वह भी गायब हो गयी। और सात – आठ साल से फरार उसके पिता जो कि सामने आने वाले थे वह भी नहीं आये। इसके विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में अपने संपर्क को दिखाने के लिए और अप्रत्यक्ष धमकाने के लिए उसने कुछ क्लिप्स उसने दिखाए थे। डेढ़ साल विश्वास हासिल करने की प्रक्रिया के दौरान उसने अमृता के साथ फोन के संभाषण को रिकॉर्ड किया था। घर साथ किसी न किसी को लेकर वीडियो क्लिप शूट किया था। इसमें कुछ गंभीर नहीं था।उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान मुझे कुछ लोगों ने कहा था कि तुम्हारे परिवार को ट्रैप करने का प्रयास जारी है। ईश्वर की कृपा से यह नहीं हुआ। पुलिस कार्रवाई कर रही है। उस व्यक्ति को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। राजनीति किस स्तर तक गिर गयी है इसका दुख है। गृहमंत्री फडणवीस ने कहा कि इसमें जो योग्य होगी वह कार्रवाई होगी।