विधायक मार्फ वीडियो मामले की जांच एसआईटी से
संजीव शुक्ल
मुंबई (निर्भय पथिक): शिवसेना की प्रवक्ता शीतल महात्रे और विधायक प्रकाश सुर्वे के बीच वायरल वीडियो मामले जांच एसआईटी के द्वारा की जाएगी। यह एसआईटी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में गठित की जाएगी। विधानसभा में इसकी घोषणा मंत्री शंभूराजे देसाई ने की। आबकारी मंत्री देसाई ने सदन को बताया कि इस मामले में गिरफ्तार 4 में से एक विनायक भगवान डावरे – ठाकरे गुट के सोशल मीडिया के प्रदेश को -ऑर्डिनेटर हैं । मंत्री शंभू राजे देसाई ने विधानसभा में अपने वक्तव्य में कहा कि एक रैली के दौरान प्रकाश सुर्वे और शीतल म्हात्रे के बीच हुए बातचीत का वीडियो की एडिटिंग और मॉर्फिंग करके मातोश्री पेज पर अपलोड किया गया था। यह जानबूझकर किया गया था। इस मामले में शीतल म्हात्रे ने दहिसर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी । पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 मोबाइल हैंडसेट और 5 माइक्रो सिम कार्ड बरामद किये हैं। अपराध का सूत्रधार खोजने के लिए एसआईटी जांच करेगी। इसके पहले विधायक प्रकाश सुर्वे और पूर्व महिला नगरसेवक शीतल म्हात्रे का वीडियो मार्फ करके उन्हें आपत्तिजनक तरह में दिखाने का मामला सोमवार को विधानमंडल में गूंजा। विधानसभा में यह मामला चिंचपोकली की विधायक यामिनी जाधव ने पॉइंट ऑफ़ इनफार्मेशन के तहत उठाया। उन्होंने कहा कि वह प्रतिष्ठित महिला है पूर्व नगरसेविका है। उसके वीडियो की मॉर्फिंग की गयी है, उसका भविष्य बर्बाद हो सकता है। भाजपा की विधायक मनीषा चौधरी ने कहा कि विधायक का जिस तरह से वीडियो मॉर्फिंग किया गया है वह निंदनीय है। किसने मार्फ किया है ढूंढ कर निकालिये। इस तरह के मॉर्फ़ वीडियो से उस महिला का जीवन बर्बाद हो सकता है। यदि महिला का दिमाग फिरा तो उस आदमी का जीवन बर्बाद हो सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए। कार्रवाई होनी चाहिए। शक्ति कानून किसलिए ला रहे हैं?जिसने इस वीडियो को वायरल किया है उस युवक के खिलाफ गुनाह दायर करें। इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य ‘ खोज निकालिये , खोज निकालिये ‘ के नारे लगा रहे थे। इस हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सदन का कामकाज 11.18 मिनट पर दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया । 11.28 पर सदन का कामकाज पुनः शुरू हुआ ,तो भारती लवेकर ने कहा कि अत्यंत गंभीर मामला आया है। महिला रास्ते पर नहीं पड़ी की उसका उपयोग राजनीति के लिए करो। इस मामले के लिए एसआईटी गठित कीजिए । जो कंपनी इस तरह का काम करती है उसकी पूरी जांच की जाये। मनीषा चौधरी ने कहा कि वह मेरा भाई है इससे उसका भविष्य बर्बाद हो सकता है। कंपनी कौन है ? जिसके द्वारा मॉर्फिंग किया गया है। जो एडमिन है उसके खिलाफ केस दायर कीजिए । नहीं तो अच्छे लोग राजनीति में आने से डरेगें। इस मामले का मास्टरमाइंड कौन है ? किस पार्टी का नेता है ? ढूंढ निकालिये और आपराधिक मामला दायर करिये। उन्होंने सदन में मौजूद विपक्ष के नेता से कहा कि महिलाओं का सम्मान आप भी करते हैं। अजित पवार ने कहा कि स्वयं का चरित्र संभालकर रखना चाहिए ,क्योंकि हम पब्लिक फिगर हैं लेकिन किसी को जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है तो इसकी जांच की जानी चाहिए ‘दूध का दूध पानी का पानी’ होना चाहिए। अमित साटम ने कहा कि एसआईटी से जांच होनी चाहिए। इस मामले में जो एसआईटी गठित की जाएगी वह निर्धारित समय में अपनी जांच पूरी करे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मामला गंभीर है। सरकार को निर्देश है कि आज का कामकाज पूरा होने से पहले वह अपना वक्तव्य सदन में प्रस्तुत करें,बाद में शाम को शंभुराजे देसाई ने सदन में घोषणा की कि इस मामले की जांच के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वीडियो को वायरल करनेवाला एक ठाकरे गुट का है। उसका नाम विनायक डावरे है। उसने जानबूझकर यह किया है। इस मामले में डावरे सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।