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नगालैंड में राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भाजपा से मिलाया हाथ ,बने सत्ता के साथी

by zadmin

बीजू कुमार डेका
गुवाहाटी.
 नगालैंड में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जेनता दल-यूनाइटेड (JDU) सहित सभी दलों ने नेफ्यू रियो सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया, जिसके साथ ही यहां का विधानसभा एक बार फिर से विपक्ष-रहित हो गया. बता दें कि राज्य में पिछले महीने हुआ चुनाव एनडीपीपी और भाजपा ने गठबंधन में लड़ा था और 60 सदस्यीय विधानसभा में क्रमश: 25 और 12 सीटों पर जीत हासिल की. नेफियू रियो ने मंगलवार को पांचवें कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसमें एनडीपीपी के सात मंत्री और भाजपा के पांच मंत्री शामिल थे. एनसीपी सहित अन्य राजनीतिक दलों ने सात सीटें जीतीं; नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) पांच; लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी-रामविलास), नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई-अठावले) को दो-दो, जनता दल-यूनाइटेड (जेडी-यू) को एक और निर्दलीय को चार सीटें मिलीं.

यह पहली बार है जब नगालैंड ने राज्य विधानसभा चुनावों में इतने सारे राजनीतिक दलों की जीत देखी है. लोजपा (आरवी) और आरपीआई (अठावले) राज्य की राजनीति में नए हैं. राकांपा सात सीटों के साथ सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और उसके पास विपक्ष के नेता पद का दावा करने के लिए पर्याप्त संख्या है. हालांकि इस सप्ताह पार्टी के पूर्वोत्तर प्रभारी नरेंद्र वर्मा के नगालैंड दौरे के दौरान पार्टी के विधायकों ने उन्हें सूचित किया कि वे सरकार में शामिल होना चाहते हैं. वर्मा ने बुधवार को घोषणा की कि पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने एनडीपीपी-बीजेपी सरकार को उनके समर्थन को मंजूरी देने का फैसला किया है.

नगालैंड में एनसीपी भी शामिल हुई सरकार में
भाजपा के किसी भी उल्लेख से बचते हुए, वर्मा ने एक बयान जारी किया, ‘स्थानीय नवनिर्वाचित विधायक और नगालैंड की राकांपा स्थानीय इकाई की राय थी कि हमें उस सरकार का हिस्सा होना चाहिए जिसका नेतृत्व एन. रियो करने जा रहे हैं. एनडीपीपी के प्रमुख और नगालैंड राज्य के व्यापक हित में नगालैंड के मुख्यमंत्री और एन. रियो के साथ हमारे अपने अच्छे संबंध हैं. यह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार को नगालैंड सरकार का हिस्सा बनने या न होने के लिए छोड़ दिया गया था. मंगलवार की सुबह, पूर्वोत्तर प्रभारी की बात सुनने के बाद, उन्होंने नगालैंड राज्य के व्यापक हित में नगालैंड के मुख्यमंत्री एन. रियो के नेतृत्व को स्वीकार करने का निर्णय लिया…’

लोजपा (रामविलास), आरपीआई (अठावले) और जद (यू) ने सौंपा समर्थन पत्र
राकांपा महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सबसे बड़ी विरोधियों में से एक है. लेकिन, नगालैंड में पार्टी ने एनडीपीपी-बीजेपी सरकार के पीछे अपना पूरा जोर लगा दिया है. इसके साथ ही नगालैंड एक और विपक्ष विहीन सरकार की ओर बढ़ रहा है. सूत्रों ने कहा कि लोजपा (रामविलास), आरपीआई (अठावले) और जद (यू) पहले ही गठबंधन सहयोगियों को समर्थन पत्र सौंप चुके हैं. इसी तरह, एनपीएफ के महासचिव अचुम्बेमो किकोन, जो नवनिर्वाचित विधायकों में से एक हैं, ने कहा कि हालांकि अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, पार्टी, जिसके दो सदस्य हैं, ‘सरकार को समर्थन देने की संभावना है.’ अतीत में, 2015 और 2021 में, राज्य विधानसभा ने इसी तरह की स्थिति देखी थी, लेकिन यह पहली बार होने वाली विधानसभा होगी, जो सदन में शपथ लेने से पहले ही विपक्ष रहित होगी.

हमारे पास विपक्ष-रहित सरकार हो सकती है: नगालैंड के उपमुख्यमंत्री वाई पैटन
भाजपा विधायक दल के नेता और उपमुख्यमंत्री वाई पैटन ने बुधवार को कहा कि हालांकि नई सरकार “सहज” है, लेकिन वह विपक्ष-रहित सरकार पर विचार कर सकती है.

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