महाराष्ट्र बजटअधिवेशन
प्याज की वजह से परिषद का कामकाज हुआ ठप
नवीन कुमार
मुंबई (निर्भय पथिक)। प्याज से आंसू ही नहीं निकलते बल्कि विधान परिषद के कामकाज भी प्रभावित होते हैं। मंगलवार को विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे को प्याज की वजह से परिषद का कामकाज दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा करनी पड़ी। दरअसल राज्य के किसान प्याज की पैदावार अच्छी होने के बावजूद अच्छा दाम नहीं मिलने से परेशान हैं। इन्हीं प्याज उत्पादक किसानों की समस्या को लेकर परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने सरकार को घेरने की कोशिश की और किसानों को मदद देने की मांग राज्य सरकार से की। दानवे ने बार्शी के किसान राजेंद्र तुकाराम चव्हाण का मुद्दा उठाया जिसे सूर्या ट्रेडिंग कंपनी ने 514 किलो प्याज की कीमत 2 रूपये दी। दानवे ने कहा कि पाकिस्तान सहित कई देशों में प्याज की किल्लत है। लेकिन महाराष्ट्र के किसान को उन देशों में प्याज बेचने की इजाजत नहीं मिल रही है। महाराष्ट्र के किसान के साथ अन्याय हो रहा है। दानवे ने कहा कि प्याज के अलावा कापुस के भी किसान परेशान हैं। इसलिए किसानों के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए और राज्य सरकार उन्हें मदद करे। दानवे ने अमरावती में किसानों पर हुए लाठी चार्ज का भी मुद्दा उठाया।
आज प्याज के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने की विपक्ष की पूरी तैयारी थी। इसलिए विपक्ष के विधायक विधान भवन की सीढ़ियों पर सर पर प्याज की टोकड़ी और गले में प्यार का माला डालकर आए और घोषणाबाजी की। विपक्ष ने कहा कि अगर सरकार ने प्याज उत्पादक किसानों की मांग नहीं मानी तो इसी प्याज से सरकार के आंसू निकलेंगे। परिषद का कामकाज शुरू होते ही विपक्ष के नेता दानवे ने किसानों के मुद्दे को रखते हुए 289 स्वीकार करने की मांग की। विपक्ष के नेता की ओर से किसान के मुद्दे को उठाने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए बोलना शुरू किया तो विपक्ष हंगामा करने लगा और फडणवीस को बोलने नहीं दिया। हालांकि, फडणवीस ने कहा कि विपक्ष के नेता ने किसानों का सही मुद्दा उठाया है और यह योग्य मुद्दा है। लेकिन आज अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए किसानों को परेशानी हो रही है। बावजूद इसके किसानों को मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इस बारे में केंद्र सरकार से बात की गई है और अब नाफेड में प्याज की खरीदी शुरू हो गई है। कृषि विभाग ने भी प्याज की खरीदी शुरू की है। फडणवीस ने जब कहा कि वर्ष 2016-17 में भी किसानों पर संकट आए थे तब सरकार ने उनकी विशेष मदद की थी। आज भी किसानों की मदद करने की इच्छा सरकार की है। उन्हें हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। उन्हें अतिरिक्त मदद करने के लिए सरकार तैयार है। फडणवीस की इन बातों पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार की मंशा किसानों को मदद करने की नहीं है। लेकिन भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने कहा कि विपक्ष किसानों के मुद्दे पर किसानों को दिखने के लिए नाटक कर रहा है। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री फडणवीस का भाषण पूर्ण होने दें फिर विपक्ष को किसानों के मुद्दे पर समाधानकारक उत्तर मिलेगा। लेकिन विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण परिषद का कामकाज दो बार स्थगित किया गया। इसके बाद उपसभापति डॉ. गोर्हे ने दिनभर के लिए कामकाज स्थगित करने की घोषणा की। इसके साथ ही बताया कि बुधवार को सुबह 11 बजे से विशेष बैठक होगी जो साढ़े 11 बजे तक चलेगी। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।