मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री से मिलेंगे मुख्यमंत्री
विशेष संवाददाता
मुंबई (निर्भय पथिक):27 फरवरी को मराठी भाषा दिवस होता है। विधि मंडल का यह बजट सत्र 27 फरवरी को शुरू हुआ है, आज ही कुसुमाग्रज की जयंती भी है। इसलिए विधानभवन के बाहर और भीतर मराठी भाषा के बारे में चर्चा रही। विधान सभा में छगन भुजबल ने कहा कि हम 14 सालों से प्रयासरत हैं कि मराठी को अभिजात भाषा का दर्ज़ा मिलना चाहिए। अभिजात भाषा के लिए जो निर्धारित मापदंड हैं मराठी उसको पूरा करती हैं। मराठी प्राचीन भाषा है। यह तीन हज़ार साल पुरानी है। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिलाने के लिए दबाव बनाना चाहिए। आशीष शेलार ने सदन में कहा कि इस बारे में जो मुद्दा उपस्थित किया गया है. उसका समर्थन है। आज कुसुमाग्रज की जन्म जयंती है। विदेशों में भी मराठी भाषा बोली जाती है। जिस पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिले इसके लिए वह आग्रही हैं। सदस्यों की भावना को देखते हुए हम जल्द ही इस बारे में एक शिष्टमंडल दिल्ली ले जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके इस बारे में बात करेंगें।