मेरे साथ दो बार विश्वासघात हुआ — फडणवीस
विशेष संवाददाता
मुंबई : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि उनके साथ दो बार विश्वासघात हुआ। एक बार जब भाजपा -शिवसेना युति मिलकर चुनाव लड़े और मुझे मुख्यमंत्री बनना था तब मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे राकांपा,कांग्रेस के साथ चले गये । फडणवीस ने कहा पहला विश्वास घात उद्धव ठाकरे ने किया। उन्होंने हमारे साथ चुनाव लड़ा और चुन कर आये। प्रचार सभा में नरेंद्र मोदी कहते थे कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री होंगे तो उद्धव ठाकरे तालियां बजाते थे। लेकिन जब उन्हें संख्या ध्यान में आयी कि वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं तब उन्होंने मेरा फ़ोन भी नहीं लिया। मुझसे चर्चा भी नहीं की। मुख्यमंत्री की कुर्सी उन्हें इतनी प्रिय हो गयी कि वह राष्ट्रवादी और कांग्रेस के साथ चले गए इसलिए एक प्रकार से बड़ा विश्वासघात उन्होंने किया।दूसरा विश्वासघात पवार ने किया। महाराष्ट्र में सरकार बनाने का ऑफर एनसीपी की तरफ से था। शरद पवार ने बाद में रवैया बदल दिया। यह विश्वासघात उद्धव ठाकरे के विश्वासघात की अपेक्षा कम था क्योंकि हमने उनके साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ा था।साल 2019 में भाजपा के देवेंद्र फडणवीस और राकांपा के अजित पवार ने सुबह राजभवन में शपथ लेकर सरकार बनाई थी , लेकिन यह सरकार ढाई दिन ही चली थी. इस पर देवेंद्र फडणवीस बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि 2019 में हमारे द्वारा ली गयी शपथ विधि के बारे में राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार को मालूम था। एक चॅनेल से बातचीत में फडणवीस ने यह खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि इस सरकार के बारे में सभी सेचर्चा हुई थी लेकिन ऐन वक्त पर हमारे साथ विश्वासघात किया गया। उन्होंने महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान उन्हें जेल में डालने की कोशिश के बारे में कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार मुझे जेल में नहीं डाल पाती लेकिन उसने मुझे जेल में डालने का प्रयास किया। उन्होंने मुझे जेल में डालने के लिए मुंबई पुलिस आयुक्त को सुपारी दी थी। मैंने कभी भी पुलिस विभाग का अपमान नहीं किया, इसलिए उन अधिकारियों का मुझ पर प्रेम था. इसलिए उनके द्वारा किये गए प्रयत्न की जानकारी मुझे मिलती थी।