पत्रकार शशिकांत वारिशे की हत्या की जाँच हेतू एसआईटी
विशेष संवाददाता
नासिक (Nirbhay Pathik):, महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के राजापुर के पत्रकार शशिकांत वारिशे की नृसंघ हत्या से पत्रकारों में भारी रोष है। आरोपी पंढरीनाथ अंबेकर को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन मुंबई प्रेस क्लब द्वारा उसके खिलाफ मकोका लगाकर इस मामले की पैरवी के लिए विशेष सरकारी वकील नियुक्त करने की मांग की गयी है। शशिकांत वारिशे के परिजन को 50लाख रूपये मुआवजा देने की मांग भी की गयी है। राज्य में मुंबई सहित कई स्थानों पर पत्रकारों ने धरना प्रदर्शन भी किये । इस हत्या के पीछे की वास्तविक वजह क्या है। इस हत्या के पीछे किसका – किसका हाथ है यह पता लगाने और दोषियों के खिलाफ ठोस कार्यवाई ज़रूरी है। यह मांग विभिन्न पत्रकार संघ की तरफ से उठती रही है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को नासिक में बताया कि इस मामले के लिए एसआईटी ( विशेष जाँच दस्ता ) गठित कर उसके द्वारा इसकी जाँच की जाएगी। ज्ञातव्य है कि शशिकांत वारिशे जो कि एक रीजनल अख़बार ” द महानगरी टाइम्स ‘ के लिए कार्य करते थे को ज़मीन के कारोबारी पंढरीनाथ अम्बेकर ने अपनी’ थार सुव ‘ से उस समय कुचल दिया जब वह अपनी मोटर साइकिल से जा रहे थे । राजा पुर के हाईवे के पास स्थित पेट्रोल पंप के पास यह घटना 6 फरवरी को अंजाम दी गयी थी। वारिशे बहुत गंभीर हालत में जख्मी हुए और उन्हें आसपास के लोगों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन दूसरे दिन 7फरवरी को वारिशे की मौत हो गयी । इस पत्रकार ने ‘ द महानगरी टाइम्स ‘में बार्सू में एक पेट्रोलियम रिफायनरी को लेकर स्थानीय लोगों के विरोध संबंधी खबरें सिलसिलेवार ढंग से अख़बार में छापी थी। हाल ही में उसने एक रिपोर्ट अम्बेकर को ‘ क्रिमिनल ‘ बताते हुए छापी थी। अम्बेकर वहां स्थानीय ज़मीन माफिया का नेता है और वह रिफायनरी की तरफ से जमीन अधिग्रहण करने का प्रतिकार करनेवाले स्थानीय लोगों को धमकी देने और परेशान करने के लिए जाना जाता है।