विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में बाल ठाकरे के तैलचित्र का अनावरण
बाल ठाकरे ने अन्याय के खिलाफ लड़ने को सिखाया-एकनाथ शिंदे
नवीन कुमार
मुंबई । हिंदुहृदय सम्राट शिवसेना प्रमुख दिवंगत बाला साहेब ठाकरे हिमालय के समान उत्तुंग व्यक्तित्व थे। उन्होंने अन्याय के खिलाफ लड़ने को सिखाया है। उनक विचारों से अन्याय के खिलाफ लड़ने के बल और ऊर्जा सर्व सामान्य को मिला है। संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन और मराठी लोगों को एकजुट करने के लिए आगे आए। यह भावना राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त की। विधान मंडल के सेंट्रल हॉल में सोमवार की शाम हिंदुहृदय सम्राट बाल ठाकरे के तैलचित्र का अनावरण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संयुक्त रूप से किया। इसी मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि हम भाजपा के साथ बाल ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार चला रहे हैं। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वे कर, विधान परिषद उपसभापति नीलम गोर्हे, विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवाल, विधानसभा विरोधी पक्ष नेता अजित पवार, विधान परिषद विधी पक्ष नेता अंबादास दानवे, मराठी भाषा मंत्री दीपक केसरकर, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरिभाऊ बागगड़े, पूर्व सांसद गजानन किर्तीकर, पूर्व मंत्री रामदास कदम मंच पर उपस्थित थे। ठाकरे परिवार के राज ठाकरे और स्मिता ठाकरे भी मौजूद थे पर बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे और पोते आदित्य ठाकरे उपस्थित नहीं थे। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि बाला साहेब और उनके विचारों से प्रेम करने वाले प्रत्येक सदस्य के लिए यह दिवस महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने सामान्य कार्यकर्ता को विधान मंडल पहुंचाया। उनके स्पर्श से कई सोना हो गए। उन्हें सत्ता का लोभ नहीं था। इसलिए उहोंने अपने परिवार के सदस्यों को सत्ता से दूर रखा था। बाला साहेब हमारे कुटुंब प्रमुख है। वे गुरू तुल्य हैं। देश के वे इकलौते राजनीतिक नेता थे जिनसे पाकिस्तान डरता था। उन्होंने सर्वसामान्य के हितों के लिए अपने रिमोट कंट्रोल से काम किया। वे देशभक्त थे। उन्होंने जाति और धर्म से ऊपर उठकर काम किया। उन्होंने हमें धैर्य और साहस दिया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बाला साहेब का व्यक्तित्व विशाल महासागर की तरह है और आवश्यकता पड़ने पर वे तूफान की अपेक्षा अधिक संघर्ष करते थे। स्पष्ट बोलना बाला साहेब का व्यक्तित्व था। एक बार जो बोल दिया उससे वो पीछे नहीं हटते थे। उन्होंने विचारों की प्रतिबद्धता सिखाई है। बाला साहेब का तैलचित्र प्रत्येक व्यक्ति को प्रेरणा देगा। विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने कहा कि दिवंगत बाला साहेब के सामाजिक काम को मान्यता मिली है। उन्होंने सामान्य लोगों पर विश्वास दिखाया। उनके विचारों पर महाराष्ट्र चल रहा है। राज ठाकरे ने विधानसभा और विधान परिषद में भी बाला साहेब का तैलचित्र लगाने की मांग विधानसभा अध्यक्ष से की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राणे, विधान परिषद उपसभापति गोर्हे, विधानसभा विपक्ष नेता अजित पवार, विधान परिषद विरोधी पक्ष नेता दानवे और मराठी भाषा मंत्री दीपक केसरकर ने भी बाला साहेब के प्रति अपनी भावना जाहिर की। विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर की संकल्पना पर आधारित और वरिष्ठ पत्रकार दिलीप चवरे लिखित झंझावात बाला साहेब के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र भी दिखाया गया। बाला साहेब का तैलचित्र बनाने वाले चित्रकार किशोर नांदिवडेकर का मुख्यमंत्री ने सम्मान किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न देशों के वाणिज्य दूत और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य शामिल हुए।