मोदी का मिशन मुंबई, उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
आगामी महानगरपालिका चुनाव पर गरमाई राजनीति
नवीन कुमार
मुंबई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जहां मुंबई के विकास से जुड़े लगभग 40 हजार करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया वहीं उन्होंने आगामी महानगरपालिका चुनाव को लेकर अपने मुंबई मिशन को भी जाहिर किया। उन्होंने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुंबई के विकास के लिए राज्य सरकार के अलावा स्थानीय निकाय की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। मुंबई के विकास के लिए पैसों की कमी नहीं है। लेकिन राजनीतिक इच्छा की कमी है। मुंबई का पैसा मुंबई के विकास में खर्च होना चाहिए। लेकिन जब यह पैसा भ्रष्टाचार में लगेगा और बैंक में रहेगा तो मुंबई का विकास कैसे होगा। मोदी ने मुंबईकरों से मुंबई के विकास के लिए बीएमसी की सत्ता एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की डबल इंजन सरकार को सौंपने का आह्वान किया। मोदी यहां बीकेसी में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थानीय निकाय की सत्ता हाथ आने पर मुंबई का विकास तेजी से होगा। इस सभा में मोदी से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ठाकरे पर हमला बोला।
मोदी ने कहा कि मुंबई के लिए बेहद जरूरी मेट्रो हो, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के आधुनिकीकरण का काम हो, सड़कों में सुधार का बहुत बड़ा प्रोजेक्ट हो, और बालासाहब ठाकरे जी के नाम से आपला दवाखाने की शुरुआत हो, ये मुंबई शहर को बेहतर बनाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। थोड़ी देर पहले मुंबई के स्ट्रीट वेंडर्स को भी पीएम स्वनिधि योजना के तहत बैंक खातों में पैसा पहुंचा है।
मोदी ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में हमारे शहरों की भूमिका सबसे अहम है। इसमें भी अगर हम महाराष्ट्र की बात करें तो आने वाले 25 वर्षों में राज्य के अनेक शहर भारत की ग्रोथ को गति देने वाले हैं। इसलिए मुंबई को भविष्य के लिए भी तैयार करना ये डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता है। हमारी ये प्रतिबद्धता, मुंबई में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार में भी दिखती है। 2014 तक मुंबई में सिर्फ 10-11 किलोमीटर तक मेट्रो चलती थी। जैसे ही आपने डबल इंजन सरकार बनाई, वैसे ही इसका तेज़ी से विस्तार हुआ है। कुछ समय के लिए काम धीमा ज़रूर हुआ, लेकिन शिंदे जी और देवेंद्र जी की जोड़ी के आते ही, अब फिर तेज़ी से काम होने लगा है। मुंबई में 300 किलोमीटर के मेट्रो नेटवर्क की तरफ हम तेज़ गति से आगे बढ़ रहे हैं। अब देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस का भी कायाकल्प होने जा रहा है। हमारी ये धरोहर अब 21वीं सदी के भारत की शान के रूप में भी विकसित होने जा रही है। यहां लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए अलग-अलग सुविधाएं बनेंगी। लक्ष्य यही है कि सामान्य यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले, काम के लिए आना-जाना आसान हो। ये स्टेशन सिर्फ रेलवे की सुविधाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ये मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी का भी हब होगा। यानी बस हो, मेट्रो हो, टैक्सी हो, ऑटो हो, यातायात के हर साधन यहां एक ही छत के नीचे कनेक्टेड होंगे। इससे यात्रियों को एक सीमलेस कनेक्टिविटी मिलेगी। यही मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी है, जिसे हम देश के हर शहर में विकसित करने जा रहे हैं। आधुनिक होती मुंबई लोकल, मेट्रो का व्यापक नेटवर्क, दूसरे शहरों से वंदे भारत और बुलेट ट्रेन से तेज़ आधुनिक कनेक्टिविटी, आने वाले कुछ वर्षों में मुंबई का कायाकल्प होने जा रहा है। गरीब मजदूर से लेकर कर्मचारी, दुकानदार और बड़े-बड़े बिजनेस संभालने वाले, सबके लिए यहां रहना सुविधाजनक होगा। यहां तक कि आस-पास के जिलों से भी मुंबई आना-जाना भी सुलभ होने वाला है। कोस्टल रोड हो, इंदू मिल स्मारक हो, नवी मुंबई का एयरपोर्ट हो, ट्रान्सहार्बर लिंक हो, ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स मुंबई को नई ताकत दे रहे हैं। धारावी पुनर्विकास, पुरानी चाल का विकास सब कुछ अब ट्रैक पर आ रहा है। और मैं इसके लिए शिंदे जी और देवेंद्र जी को बधाई देता हूं। मुंबई की सड़कों को सुधारने के लिए भी आज बहुत बड़े स्तर पर जो काम शुरु हुआ है, ये भी डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है।
उन्होंने कहा कि हम देश के शहरों के कंप्लीट ट्रांसफॉर्मेशन पर काम कर रहे हैं। प्रदूषण से लेकर स्वच्छता तक, शहरों की हर समस्या का समाधान ढूंढा जा रहा है। इसलिए हम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर इतना बल दे रहे हैं, इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं। बायोफ्यूल आधारित ट्रांसपोर्ट सिस्टम हम तेज़ी से लाना चाहते हैं। हाईड्रोजन फ्यूल से जुड़े ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए भी देश में मिशन मोड पर काम चल रहा है। यही नहीं, हमारे शहरों में कूड़े की, waste की जो समस्या है, उसे भी हम नई टेक्नॉलॉजी से दूर करने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। Waste to Wealth का बहुत बड़ा अभियान देश में चल रहा है। नदियों में गंदा पानी ना मिले, इसके लिए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट्स लगाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में गुंदवली मेट्रो स्टेशन से मोगरा तक मेट्रो की सवारी की। उन्होंने मुंबई 1 मोबाइल ऐप और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (मुंबई 1) भी लॉन्च किया और इस अवसर पर मेट्रो फोटो प्रदर्शनी की सैर की तथा 3डी मॉडल देखा। प्रधानमंत्री ने मेट्रो की सवारी के दौरान छात्रों, दैनिक यात्रियों और मेट्रो के निर्माण में शामिल श्रमजीवियों से भी बातचीत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी थे।इससे पहले, दिन में प्रधानमंत्री ने मुंबई मेट्रो रेल लाइन 2ए और 7 राष्ट्र को समर्पित कीं, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के पुनर्विकास और सात सीवेज ट्रीटमेंट संयंत्रों की आधारशिला रखी। उन्होंने 20 हिंदूहृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखानों का उद्घाटन किया और मुंबई में 400 किलोमीटर सड़कों के लिए सड़क पक्कीकरण परियोजना को शुरू किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले बोलते हुए कहा कि ये मुंबईवासियों की खुशनसीबी है कि जिनके हाथों मेट्रो नेटवर्क 2ए और 7 का शिलान्यास हुआ, उन्हीं के हाथों इसका उद्घाटन होते देख रहे हैं। कुछ लोग नहीं चाहते थे कि मोदी जी इसका उद्घाटन करें। शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एवं उनके पुत्र आदित्य ठाकरे द्वारा खुद पर की जा रही टीका-टिप्पणियों के बारे में बोलते हुए कहा कि टीके का उत्तर मैं काम से दूंगा। तुम जितनी टीका करोगा, मैं उसका दस गुना काम करूंगा। एक दिन पहले ही दावोस में निवेशकों से मिलकर लौटे एकनाथ शिंदे ने कहा कि दावोस में भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम का डंका बज रहा है। शिंदे के अनुसार दावोस में उनसे मिले लक्जमबर्ग के प्रधानमंत्री ने कहा कि वे मोदी के भक्त हैं। उन्होंने शिंदे के साथ न सिर्फ फोटो खिंचवाई, बल्कि यह भी कहा कि यह फोटो वे भारत में प्रधानमंत्री मोदी को दिखाकर बताएं कि मैं उनका प्रशंसक हूं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ गद्दारी की है।