दिशा सालियन मौत की जांच एसआईटी को
संजीव शुक्ल
नागपुर: महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को दिशा सालियन की मौत का मामला जमकर गूंजा और इस मामले में सदन का कामकाज पांच बार स्थगित करना पड़ा। गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने उत्तर में कहा कि इस मामले की एसआईटी जांच की जाएगी। फडणवीस ने सदन को यह भी बताया कि दिशा सालियन मामले की जाँच सीबीआई को नहीं सौंपी गयी थी , बल्कि सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गयी थी। इस मामले को पहले भरत गोगावले ने उठाया फिर भाजपा के सदस्य नितेश राणे उसके बाद माधुरी पिशाल और मनीषा चौधरी,अमित साटम ने इस बारे में अपनी बात कही। सदन में सदस्यों ने पूछाकि दिशा सालियन ने स्वयं छलांग लगा दी कि उसे किसी ने ऊपर से फेंक दिया। अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की गयी। जब यह हुआ तब वहां कौन – कौन मौजूद था। अस्पताल में कौन गया था। किसके कारण यह केस बंद किया गया। वहां का सीसीटीवी फुटेजको वह हिस्सा किसने डिलीट किया। इस मामले में किसका दबाव था। इस मामले पर सत्तारूढ़ पक्ष के सदस्य खड़े होकर जाँच की मांग करने लगे। विपक्ष के सदस्य भी सदन में खड़े हो गए जिससे हंगामा शुरू हो गया। जिससे सदन का कामकाज 10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। सदन का कामकाज जब फिर शुरू हुआ तब सदस्य ने कहा कि किसको बचाया जा रहा है। सत्तारूढ़ पक्षके सदस्य पुनः इस मामले में सदन में खड़े हो और मांग की कि दिशा सालियन मामले की जाँच होनी चाहिए। इस दौरान सदन में इस मामले पर हंगामा जारी रहा जिससे 12 बजकर 43 मिनट पर पुनः सदन का कामकाज 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। 12 बजाकर 59 मिनट पर तालिका अध्यक्ष आसन पर आये और कामकाज फिर शुरू हुआ। सत्तारूढ़ पक्ष की महिला सदस्यों ने एक जुटता दिखाते हुए जमकर इस मामले को उठाया। माधुरी पिसाल ने कहा कि एसआईटी से जांच होनी चाहिए। विपक्ष को भी इस मामले में जांच का समर्थन करना चाहिए। मनीषा चौधरी ने कहा कि दिशा सालियन का पोस्टमार्टम करते समय कैमरा क्यों बंद था। इसकी जांच होनी चाहिये। सत्तारूढ़ सदस्य गर्भ गृह में जाकर अध्यक्ष के आसन के सामने खड़े हो गये और अपनी मांग दोहराने लगे। महिला सदस्यों ने दिशा सालियन के महिला होने की दुहाई भी दी। हंगामा जारी रहने के कारण सदन कामकाज 1 बजकर 4 मिनट पर चौथी बार 15 मिनट के लिए स्थगित किया गया। सदन का कामकाज पुनः शुरू हुआ तो सदस्य ने कहा कि यहाँ कोई सोने का चम्मच लेकर नहीं आया। यहाँ करियर बनाना रहता है। यह मुंबई शहर की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा का सवाल है। वह युवती कहाँ थी, वह व्हाट्सएप पर किससे चैट पर थी, उसकी भी जांच होनी चाहिये। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट क्या कहती है ? इसकी एसआईटी की जांच होनी चाहिए। सत्तारूढ़ के सदस्य भू-गर्भ गृह में जाकर सालियन से जुड़े मामले के झेरॉक्स को दिखा रहे थे और खड़े होकर अपनी मांग कर रहे थे। सत्तारूढ़ महिला सदस्य ने कहा कि इस मामले पर सभी को समर्थन देना चाहिये। हंगामा जारी रहने के कारण 1 बजकर 24 मिनट पर सदन का कामकाज 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। दिशा सालियन मामले में पांच बार सदन का कामकाज स्थगित करना पड़ा और नितेश राणे को अपनी बात कहने के लिए कई बार मौका मिला। 1 बजकर 35 मिनट पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर आसन पर आये। विपक्ष के नेता अजित पवार से सत्तारूढ़ सदस्यों ने इस मामले में सहयोग की अपील की थी। विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि किसी पॉलिटिकल एंगेल से इसे न देखें। फडणवीस राज्य के गृहमंत्री हैं विभिन्न एजेंसीज के जरिये जाँच कर सकते हैं। मैटर कोर्ट में जाता तो कहते हैं कि कोर्ट में हैं। मामला सीबीआई के पास गया। अजित पवार ने कहा कि सीबीआई ने निष्कर्ष निकाला कि छत पर बैलेंस जाने पर उसकी मौत हुई। पवार ने कहा कि वह किसी की बहन ,किसी की बेटी थी। उस महिला को बदनाम करने की इच्छा नहीं है , दिशा के माँ – बाप ने भी हाथ जोड़कर कहा कि हमें तकलीफ मत दो। हमें जीने दो , मुझे जो जानकारी थी वह हमने दे दिया है। इतनी बदनामी होती रही तो हम जी नहीं पायेगें। जिस पर उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अजित पवार न्यूज़ रिपोर्ट के आधार पर बोल रहे हैं। दिशा सालियन का मामला कभी भी सीबीआई के पास नहीं गया। सुशांत सिंह राजपूत का मामला सीबीआई के पास गया था। हम आश्वासन देते हैं कि किसी को पॉलिटिकली टारगेट नहीं करते हुए अत्यंत निष्पक्ष तरीके से दिशा सालियन मामले की जांच करेगें। यह मामला सदन में जब गूँज रहा था तब आदित्य ठाकरे सदन में मौजूद थे। सदन के बाहर आदित्य ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि इस जांच से उनपर कोई असर नहीं पड़ेगा।