अब विधानभवन के शिवसेना कार्यालय पर शिंदे गुट का कब्ज़ा
संजीव शुक्ल
नागपुर : नागपुर स्थित विधान भवन में शीतकालीन सत्र के पहले दिन 19 दिसंबर को शिंदे गुट ने उद्धव ठाकरे गुट को एक और झटका दिया है। यहाँ परिसर में स्थित शिवसेना के लिए पहले से दिए गए कार्यालय पर शिंदे गुट का कब्ज़ा हो गया है। हालांकि यह कार्यालय सत्र के दौरान पार्टी के कामकाज को संचालित करने के लिए ही होता है। ज्ञातव्य है कि विधानमंडल में शिंदे गुट का बहुमत है और यह शिंदे गुट के पक्ष में गया। यह कार्यालय किसको मिलेगा इस बारे में सवाल उठ रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नागपुर पहुँचने पर यह मामला फिर से उठ गया था। शिवसेना के उद्धव गुट के कार्यालयीन कर्मचारी इस ऑफिस की साफ़ – सफाई दो दिन पहले से करके वहां पर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के मुख्य नेताओं का फोटो लगा हुआ बैनर लगाए हुए थे जिसको हटाकर बालसाहेबांची शिवसेना का नाम लगा दिया गया। उद्धव गुट को अत्यंत छोटा सा एक कोने में कार्यालय दे दिया गया है। हालांकि सोमवार को शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट में इस कार्यालय के कब्जे के मामले में तनातनी की नौबत थी। ठाकरे गुट को पहले से ही कदाचित आशंका थी कि यह कार्यालय उसके कब्जे से जा सकता है इसलिए वहां पर फलक लगा रखा था लेकिन उसे ढक कर रखा गया था। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने संकेतों में कहा कि यह मामला बढ़ सकता था लेकिन उसको संभाल लिया गया। ठाकरे गुट की मनीषा कायंदे ने पत्रकारों से कहा कि उनके कार्यालयीन कर्मचारी को जबरन वहां से हटाया गया। महिलाओं से उचित व्यवहार नहीं किया गया। बाळासाहेबांची शिवसेना वाले को बालासाहेब ने उन्हें यही सिखाया है।