महाराष्ट्र में 70 हजार करोड़ निवेश के प्रकल्पों को मान्यता-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
नवीन कुमार
मुंबई : राज्य के विदर्भ, मराठवाडा, नाशिक, पुणे में औद्योगिक विकास को तेज गति से बढ़ावा देने के लिए आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई उद्योग विभाग की मंत्रिमंडल उपसमिति की चौथी बैठक में 70 हजार करोड़ के निवेश वाले प्रकल्प को मान्यता दी गई। इससे 55 हजार रोजगार निर्मित होंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित उद्योग की विशेष गरज है और ऐसे उद्योग को विकसित किया जाएगा।मंत्रालय उद्योग विभाग की मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उद्योग मंत्री उदय सामंत, मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. हर्षदीप कांबले, वित्त विभाग के प्रधान सचिव ओ पी गुप्ता, प्रधान सचिव राजगोपाल देवरा, औद्योगिक विकास महामंडल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. विपिन शर्मा, उद्योग विकास आयुक्त दिपेंद्रसिंह कुशवाह आदि उपस्थित थे।विदर्भ के गडचिरोली और चंद्रपुर जैसे नक्सल प्रभावित जिलों में तीन बड़े प्रकल्प को शुरू करने की मंत्रिमंडल उप समिति ने मान्यता दी है। 20 हजार करोड़ के निवेश से हरित तकनीक पर आधारित मे. न्युईरा क्लिनटेक सोल्युशन्स प्रा. लि. का चंद्रपुर में कोल गैसिफिकेशन प्रकल्प (हरित हाइड्रोजन, मिथेनॉल, अमोनिया व यूरिया) का समावेश है। इससे रोजगार के साथ सामाजिक और आर्थिक विकास भी होगा।इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण के क्षेत्र में दस हजार करोड़ के निवेश के साथ महिंद्रा इलेक्ट्रिक वेहिकल ऑटोमोबाइल्स का पहला प्रकल्प पुणे में शुरू होगा। गडचिरोली जिले में मे. लॉयड मेटल्स एनर्जी लि. के स्टील निर्माण के प्रकल्प के लिए 20 हजार करोड़ के निवेश को मान्यता दी गई। इससे नक्सली इलाके का बड़े पैमाने पर विकास होगा और रोजगार उत्पन्न होंगे। मे. वरद फेरो अलॉय कंपनी के 1520 करोड़ के प्रकल्प को भी मान्यता दी गई। अमरावती और नागपुर विभाग में वस्त्रोद्योग को बढ़ावा देने के लिए इंडोरामा कंपनी की उप कंपनी के 2500 करोड़ के निवेश वाले प्रकल्प को मान्यता दी गई। इस बैठक में निप्रो फार्मा पैकेजिंग इंडिया प्रा. लि. कंपनी को भी मान्यता दी गई है। यह कंपनी दो फेज में 1650 करोड़ का निवेश करेगी और इससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष 2000 लोगों को रोजगार मिलेंगे। महाराष्ट्र में यह उद्योग अपने आप में पहला होगा।रिलायंस लाइफ साइंस नाशिक कंपनी के 4206 करोड़ के प्रस्तावित निवेश को मान्यता दी गई है। यह कंपनी प्लाजा प्रोटीन वैक्सीन और जीन थेरेपी जीव रक्षक औषधि का निर्माण करेगी। इन प्रमुख प्रकल्पों के अलावा अन्य प्रकल्पों के साथ राज्य में 70 हजार करोड़ के निवेश और 55000 से अधिक रोजगार उपलब्ध होंगे।