राजभवन में आयोजित काव्य सभा व स्मृति समारोह संपन्न
नवीन कुमार
मुंबई। हिन्दी साहित्य जगत में महावीर प्रसाद द्विवेदी का बड़ा नाम है। जिस तरह संत तुलसीदास, मीराबाई, संत ज्ञानेश्वर, तुकाराम, गुरु नानक को भूलना असंभव है, उसी तरह हिंदी भाषा को लोकप्रिय रूप देने वाले महावीर प्रसाद द्विवेदी और हजारी प्रसाद द्विवेदी को भुलाया नहीं जा सकता। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने यहां आश्वासन दिया कि वह महावीर प्रसाद द्विवेदी की जन्मस्थली रायबरेली जिले के दौलतपुर गांव को साहित्यिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पत्र-व्यवहार करेंगे।
महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संकर्षण अभियान रजत जयंती सम्मान एवं मराठी-हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी सेवा समिति एवं श्रीमती दुर्गादेवी शर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से राज्यपाल कोश्यारी की मुख्य उपस्थिति में गुरुवार को राजभवन में आयोजित किया गया, राज्यपाल उस समय बोल रहे थे ।
प्रसिद्ध साहित्यकार और पूर्व मंत्री डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी ने मुंबई महानगर आकर महाराष्ट्र को अपना बना लिया। राज्यपाल ने कहा कि डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी ने साहित्य, सामाजिक सरोकार और राजनीति में अपना एक विशिष्ट स्थान बनाया है। आज हिंदी भाषा एक वैश्विक भाषा बन चुकी है। हिंदी देश के कोने-कोने में समझी और बोली जाती है। राज्यपाल ने कहा कि महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिंदी फिल्म उद्योग जैसे लेखकों के योगदान के कारण आज हिंदी भाषा सार्वभौमिक हो गई है।
कार्यक्रम को पूर्व राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह, राज के पुरोहित, गीतकार मनोज मुंतशीर, अनूप जलोटा, डॉ मंजू पांडे, अनुराग त्रिपाठी, राजीव नौटियाल, समाजसेवक प्रशांत शर्मा, अनिल गलगली, सुबोध शर्मा, ब्रजमोहन पांडे, डॉ प्रदीप व्यास, दीपक पांडे, हरबंस सिंह, अमरजीत मिश्रा, शचिंद्र त्रिपाठी, हेमराज शाह, आर यू सिंह, जितेंद्र दीक्षित, बी आर भट्टड़, डॉ राजेंद्र सिंह, डॉ राधेश्याम तिवारी, अरविंद तिवारी, सुमिता सुमन सिंह, हरीश सणस, पूनम त्रिपाठी, डॉ व्यंकटेश जोशी, डॉ दीपनारायण शुक्ला, अशोक त्रिवेदी, अजय शुक्ला के अलावा साहित्यकार, पत्रकार व अन्य मान्यवर उपस्थित थे।
इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी की रचना के लिए भजन सम्राट अनूप जलोटा और आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण मिशन के आमंत्रित गौरव अवस्थी को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर आयोजित काव्य सभा में रामदास फुटाने, डॉ. सुनील जोगी, योगेंद्र शर्मा, राजीव राज और ज्योति त्रिपाठी ने काव्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन अनिल त्रिवेदी ने किया। आभार कन्हैयालाल सराफ ने माना।
राजभवन में आयोजित काव्य सभा व स्मृति समारोह संपन्न
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