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खरी-खरी:अशोक वशिष्ठ

by zadmin
vashishth

खरी-खरी
यू.के. में भी विजय पताका, भारत की लहराई।

यू.के. का पीएम बन गया, अपना ही एक भाई।।

ऋषि सुनक अब बन बैठे हैं, यू.के. के सरताज।

गर्वित और आल्हादित है, भारत का विश्व समाज।।

नहीं किसी को शेष रही होगी, अब कोई शंका।

विश्व पटल पर बज रहा है, अपने भारत का डंका।।
अशोक वशिष्ठ 

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