राजन विचारे द्वारा स्वर्गीय आनंद दिघे को लिखा भावुक पत्र वायरल,
पत्र में लिखा- साहेब, घात हुआ.. ठाणे पर लगा विश्वासघात का दाग,
पथिक संवाददाता
ठाणे : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद शिवसेना में दो फाड़ होने से आम शिवसैनिक आज भी असमजंस में है कि सच्ची शिवसेना कौन सी है. ठाणे के अधिकांश पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारी शिंदे गुट में शामिल हो लिए है. ऐसे में धर्मवीर की नगरी में हुए इस बगावत के बाद ठाणे से शिवसेना सांसद राजन विचारे आज भी ठाकरे के गुट के साथ है. उन्होंने ठाणे से हुई इस बगावत को लेकर पहली बार अपना मुँह खोला है और एक भावुक पत्र दिवगंत आनंद दिघे को लिखकर उनकी समाधि पर अर्पित किया है जोकि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
पत्र में विचारे ने शिवसेना के 56 वर्ष के इतिहास में विजय की शुरुआत ठाणे से होने का जिक्र करते हुए कहा कि हमने आपका 56 इंच का सीना गर्व से भरा हुआ देखा. जिस ठाणे ने पहली बार सत्ता दी उसी ठाणे में घात हुआ… गद्दारी की मुहर लग गई.. छाती पर नहीं पीठ पर वार किया गया.. गद्दारों को क्षमा नहीं यह आप ही ने कहा था.. लेकिन साहेब, चिंता ना करें. हम जान की बाजी लगा देंगे. ‘शिवसेना का ठाणे और ठाणे की शिवसेना’ यह रिश्ता कभी मिटने नहीं देंगे. फिर एक बार आपका शिवसैनिक इस तूफान में भी पहाड़ जैसे खड़ा रहेगा. केवल आपका आशिर्वाद हमपर बना रहे और पीठपर हाँथ रखकर केवल लड़ने कहिए.
विचारे ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, साहेब आज आपको गए 21 वर्ष हो गए हैं. लेकिन एक भी दिन ऐसा नहीं होता है जब आप की याद नहीं आती. मुझे आज कुछ ज्यादा ही याद आ रही है. हम 16 साल की उम्र से आपके साथ काम कर रहे हैं. कई लड़ाइयां लड़ी. इन सभी यात्राओं में आप हमारे साथ थे. आज भी अंधेरे में राह दिखाते हुए आप हमारे साथ हैं. एकदम धधकते हुए दीपक की तरह. दिघे साहेब, पीठ पर हाथ रखो और कहो कि लड़ो! राजन विचारे द्वारा लिखा गया यह पत्र सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोगों अच्छा प्रतिसाद भी मिल रहा है.