शहर की आंतरिक पुलों पर फिसल रहे बाइक चालक
सवा तीन करोड़ रुपए खर्च कर किया गया था मरम्मत
पथिक संवाददाता,
ठाणे-ठाणे शहर में पिछले कुछ दिनों में नई तकनीक द्वारा बनाई गई शहर के आंतरिक उड़ानपूलों की सड़कें चिकनी होने के कारण मोटर साइकिल चालकों के फिसलने की घटना में वृद्धि देखी गई है. हालांकि, इन घटनाओं में अब तक कोई हताहत नहीं हुआ था. लेकिन, दो दिन पहले नौपाड़ा में फ्लाईओवर पर इसी तरह की घटना में बाइक सवार 30 वर्षीय रोशन म्हात्रे मामूली रूप से घायल हो गया. ऐसे में बरसात पूर्व सवा तीन करोड़ रूपए खर्च कर मरम्मत की गई शहर के तीनों उड़ानपूलों पर बढ़ती घटनाओं के चलते ये चिकनी सड़कें दो पहिया वाहन चालकों के लिए खतरनाक हो गई है. अब मांग की जा रही है कि मनपा प्रशासन समय रहते इस मामले पर ध्यान दे, जिससे भविष्य में होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके.
प्रत्येक मानसून के दौरान शहर की सड़कें हो यह फिर उड़ान पुल सभी जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़ जाने के कारण लोगों को यातायात जाम की समस्या का सामना करना पड़ता था. आये दिन जहाँ लोगों को अपने घर अथवा कार्यालय तक पहुंचने में आधे घंटे से एक घंटे का समय लगता था. वहीं मानसून के दौरान यह कालावधि दोगुना बढ़ जाती थी. ऐसे में आम ठाणे करों को यातायात जाम के साथ-साथ समय पर पैसा का भी अपव्यय होता था. पिछले वर्ष भी ठाणे महानगर पालिका को सड़कों और उड़ान पुलों पर पड़े गड्ढों के कारण विरोध का सामना करना पड़ा था. जिसे ध्यान में रखते हुए मनपा सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग ने इस वर्ष मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा के निर्देशानुसार शहर अभियंता प्रशांत सोनाग्रा के नेतृत्व में मानसून पूर्व सड़कों और उड़ान पुलों के मरम्मतीकरण किया गया था.
मनपा के कार्यकारी अभियंता रामदास शिंदे की अगुवाई में उथलसर प्रभाग समिति के अंतर्गत आने वाले दो पुल क्रमशः मीनाताई ठाकरे उड़ान पुल पर मास्टिक अस्फाल्ट नामक नयी तकनीक का उपयोग कर करीब एक करोड़ 60 लाख रूपए खर्च कर मरम्मत किया गया था. साथ ही चरई उड़ान पुल पर 60 लाख रूपए की निधि खर्च इसी तरह का काम किया गया था. इसी तरह नौपाडा उड़ान पुल का भी मरम्मत इसी तकनीक के द्वारा 75 लाख रूपए खर्च कर किया गया. इन तीनों पुलों का मरम्मतीकरण करते हुए मनपा ने दावा किया था कि मास्टिक अस्फाल्ट नामक नयी तकनीक का उपयोग करने से सड़क की आयु बढ़ गई और अब करीब 5 साल तक इस पर गड्ढे नहीं पड़ेंगे. ऐसे में यह बरसात में अधिक टिकाऊ तो नजर आ रहा है और पुल गड्ढा मुक्त है. लेकिन सड़क पर चिकनाई अधिक होने के कारण दो पहिया वाहनों के फिसलने की घटना बढ़ी है. जोकि खतरनाक माना जा रहा है.