अनुवाद दो संस्कृतियों का मिलन है -राही
मुंबई। “अनुवाद एक कला है जो दो भाषाई संस्कृतियों का मिलन है।” ये विचार साहित्यिक संस्था “श्रुति संवाद” के अध्यक्ष और वरिष्ठ गीतकार अरविंद राही ने भारत सरकार, गृह मंत्रालय के केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो में आयोजित, 30 कार्य दिवसीय “प्रारंभिक अनुवाद प्रशिक्षण कार्यक्रम”में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए धर्मराज खटिक, निदेशक -केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो व सचिव -संसदीय राजभाषा समिति, नई दिल्ली ने अनुवाद ब्यूरो की उपयोगिता दर्शाते हुए कहा कि मुंबई महत्वपूर्ण केंद्र है और यथासंभव सुविधाएं दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण में भारत सरकार के तथा उपक्रम कार्यालयों के पश्चिम क्षेत्र के 25 प्रशिक्षार्थी भाग ले रहे हैं। केंद्र प्रभारी तथा उपनिदेशक (कार्यान्वयन) सुष्मिता भट्टाचार्य ने कहा कि इस प्रशिक्षण से अनुवाद की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। स्वागत प्रकाशचंद्र पाण्डे ने तथा आभार मानते हुए लेखा सरीन, सहायक निदेशक ने सत्र की जानकारी प्रस्तुत की। संचालन डॉ अनंत श्रीमाली, पूर्व सहायक निदेशक, राजभाषा विभाग ने किया। इस मौके पर नीलम कपिला, सुधीर शर्मा आदि उपस्थित थे।