नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुनील जाखड़ को कांग्रेस पार्टी से निलंबित किया जाएगा। कांग्रेस की अनुशासन समिति ने इसकी सिफारिश की है। अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को करना है। पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी की अध्यक्षता वाली अनुशासनात्मक समिति ने मंगलवार को सुनील जाखड़ को संगठन से दो साल के लिए निलंबित करने की सिफारिश की। इसके साथ ही समिति ने केरल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता केवी थॉमस को पार्टी के सभी पदों से हटाने की भी सिफारिश की। समिति की सिफारिशों पर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी।
जाखड़ के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश उनके बयानों और कांग्रेस की ओर से दिए गए नोटिस की अनदेखी करने के कारण हुई है। उनके कथित दलित विरोधी बयान को लेकर उनको नोटिस जारी किया गया था। लेकिन उन्होंने पार्टी की नोटिस का जवाब देना जरूरी नहीं समझा। एक हफ्ते की तय समय सीमा में उन्होंने पार्टी को जवाब नहीं भेजा। केवी थॉमस को सीपीएम की पार्टी कांग्रेस में शामिल होने की वजह से नोटिस जारी हुआ था, जिसका उन्होंने जवाब दिया था।
बहरहाल, दिल्ली में अनुशासन समिति की बैठक के बाद तारिक अनवर ने कहा कि कमेटी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी सिफारिश सौंप दी है। इसमें सुनील जाखड़ के खिलाफ कार्रवाई का सुझाव दिया गया है। इस से पहले सुनील जाखड़ ने अपने तेवर दिखाते हुए एक ट्विट किया था। उन्होंने लिखा था- आज सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी जमीर बाकी है।
उनको निलंबित करने की सिफारिश के बाद सुनील जाखड़ के भतीजे और अबोहर सीट से कांग्रेस विधायक संदीप जाखड़ ने कहा कि यदि इस तरह की कार्रवाई उनके खिलाफ की जाती है तो यह गलत होगी। उन्होंने कहा- जाखड़ साहब कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और परंपरागत रूप से पार्टी का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी के साथ समान बरताव किया जाना चाहिए।