Home मुंबई-अन्य खरी खरी: सुरेश मिश्र

खरी खरी: सुरेश मिश्र

by zadmin

आए बोरिस जानसन,देख रह गए दंग
बदल चुका है देश ये,बदले सारे ढंग
बदले सारे ढंग, कहां वह भूखा-नंगा
कहां आज लगता है बिल्कुल रंग-बिरंगा
कह सुरेश सहमे-सहमे हैं भाग्य विधाता
फिर से चहक रही हैं देखो भारत माता

सुरेश मिश्र

You may also like

Leave a Comment