मेट्रो सेवाओं के विस्तार से बदल सकती है मुंबई का परिवहन परिदृश्य
अश्विनी कुमार मिश्र
मुंबई :2030 तक मुंबई और इसके उपनगरों में मेट्रो रेल के विस्तार से मुंबई महानगर की परिवहन व्यवस्था में ऐतिहासिक परिवर्तन लाएगा. गुढी पाड़वा मुंबई के पश्चिमी उपनगर में डहाणूकर वाड़ी (कांदिवली पश्चिम) से दहिसर के बीच मेट्रो -2ए और दहिसर से आरे कॉलोनी के बीच मेट्रो 7 लाइन का आंशिक परिचालन शुरू हो रहा है. इसका पूर्ण परिचालन अक्टूबर तक शुरू होगा. इस तरह मुंबई में 12 किलोमीटर चल रही मेट्रो सेवा का विस्तार 50 किलोमीटर तक पहुँच जायेगा. 8 वर्ष पहले 2014 में मुंबई में मेट्रो की पहली सेवा घाटकोपर पूर्व से वर्सोवा तक शुरु की गयी थी. यह मेट्रो मार्ग 12 किलोमीटर का है. मुंबई में अगले 8 वर्षों में डेढ़ लाख करोड़ की लागत से मेट्रो रेल सेवा का विस्तार 337 किलोमीटर तक हो जायेगा जिस कारण पूर्व उपनगर और पश्चिम उपनगर जुड़ेंगे. इसके अतिरिक्त मेट्रो सेवा मुंबई से ठाणे के घोड़बंदर रोड तक पहुँच जाएगी. दिसंबर 2015 में मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण ने उपरोक्त दोनों मेट्रो रेल सेवाओं के लिए निविदाएं मंगाई थी. लेकिन कार्य अक्टूबर 2016 से शुरू हुआ,जिसे 2019 में पूरा होना था. निर्माण के दौरान आने वाली दिक्कतों के कारण के इसके डेटलाइन आगे बढ़ गयी. कहा जा रहा है कि एक बार मेट्रो-1,मेट्रो-2 और मेट्रो 7 पूरा हो गया तो यह परिवहन का एक नया त्रिकोण बनेगा,जो पश्चिम उपनगर की सघन आबादियों को जोड़ने में सहायक होगा.इसका अंदाजा इसी से लगया जा सकता है कि मेट्रो-1 से रोजाना 2 लाख लोग यात्रा कर रहे हैं. मुंबई महानगर प्राधिकरण के आयुक्त श्रीनिवास के अनुसार इन दो मेट्रो सेवाओं के अतिरिक्त अँधेरी और मंडाला -मानखुर्द के बीच प्रस्तावित मेट्रो 2 बी और लोखंडवाला-विक्रोली के बीच मेट्रो-6 सेवा 2023 -24में पूरी की जाएगी. इसके साथ साथ वडाला से ठाणे-घोड़बंदर के बीच भी मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी. इसकी वजह से भाइंदर से कोलाबा ,पश्चिम उपनगर से पूर्व उपनगर सहित ठाणे भी मेट्रो सेवा से जुड़ जायेगा. इस तरह सभी मेट्रो प्रकल्पों के पूरा होने पर मुंबई की परिवहन सेवा में नई क्रांति का सूत्रपात होगा.