सत्ता चाहिए न, मैं तुम्हारे पास आता हूं, मुझे जेल भेजो-सीएम उद्धव ठाकरे का विपक्ष पर हमला
नवीन कुमार
मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को विधानसभा में भाजपा पर निशाना साधा. सीएम ठाकरे की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय पर आई है जब दो दिन पहले उनके साले के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी कुल 6.45 करोड़ की अचल संपत्ति को जब्त कर लिया था. सीएम ठाकरे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में आना चाहते हैं तो आएं लेकिन सत्ता में आने के लिए ये सब गलत काम न करें.
बता दें कि मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सीएम के साले श्रीधर पाटनकर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई में मुंबई से सटे ठाणे में ईडी ने पुष्पक समूह की कंपनियों में शामिल मेसर्स पुष्पक बुलियन की करीब 6.45 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त कर लिया था और कुल 11 आवासीय फ्लैट को सील कर दिया था. मुख्यमंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आप सत्ता में आना चाहते हैं तो आएं लेकिन हमारे या फिर हमारे रिश्तेदारों के परिवारों को परेशान न करें. सीएम ने कहा कि हमने आपके परिवार के सदस्यों को कभी परेशान नहीं किया.
उन्होंने कहा कि हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि आपके परिवार या फिर रिश्तेदारों ने कुछ गलत किया है, या फिर उनके पास कुछ ऐसा है जिससे हम आपको परेशान कर सकते हैं. अगर आप सत्ता में आने के लिए हमें जेल में डालना चाहते हैं तो मुझे जेल में डाल दें.
उद्धव ठाकरे के साले के खिलाफ एक्शन से पहले प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और उनके सहयोगी अनिल परब के खिलाफ भी छापेमारी हुई थी. ईडी की इस कार्रवाई को लेकर अब शिवसेना ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि केंद्र चुनिंदा राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रहा है.
श्रीधर माधव पाटनकर, सीएम ठाकरे की पत्नी रश्मि के भाई हैं, श्री साईबाबा गृह निर्माण समिति प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं. ईडी ने दावा किया कि पुष्पक बुलियन नाम की कंपनी के खिलाफ चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कथित रूप से हेराफेरी की गई थी, जिसे श्री साईबाबा गृहनिर्माण प्राइवेट लिमिटेड की रियल एस्टेट परियोजनाओं में लगाया गया था.
सीएम ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आजकल कौन केंद्रीय एजेंसियों के दलाल या प्रवक्ता है यह सबको पता है. किसी ने कहा अनिल देशमुख जेल जाएंगे अनिल देशमुख जेल गए. इसके बाद नवाब मलिक के खिलाफ रोज कुछ न कुछ कहा जाता था. दाऊद से संबंध के नाम पर तुम मलिक का इस्तीफा मांग रहे हो. इससे पहले तुमने राम मंदिर के नाम पर वोट मांगे अब दाऊद के नाम पर वोट मांगोगे क्या. ठाकरे ने एक बार दोहराया कि मेरे विचार बदले नहीं हैं हिंदुत्ववादी है और रहेंगे.
इधर भाजपा नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे ने जिस तरह से कहा वो शिवसेना की दशहरा रैली का भाषण है. उन्होंने विपक्ष के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. भ्रष्टाचार और किसानों के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा.