महाराष्ट्र का बजट पेश , कहीं सराहना , कहीं आलोचना
संजीव शुक्ल
मुंबई:, महाराष्ट्र का वर्ष २०२२-२३ का बजट सोमवार को वित्त मंत्री अजित पवार ने विधानसभा में पेश किया। यह २४ हज़ार ३५३ करोड़ रूपये के राजस्व घाटे का बजट है। उसके बाद पत्रकार वार्ता के लिए महा विकास आघाडी सरकार के तीनों पार्टियों के नेता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे , वित्त मंत्री अजित पवार , मंत्री बालासाहब थोरात एक साथ आये। वित्तमंत्री अजित पवार ने कहा कि कृषि , स्वास्थ्य , मानव संसाधन , परिवहन और औद्योगिक विकास इन पांच क्षेत्रों को केंद्र बिंदु मानकर महाराष्ट्र के विकास को गति देनेवाला साल 2022-23 का बजट विधिमण्डल में पेश किया गया। इन पांच क्षेत्रों के लिये 1 लाख15 हज़ार 295 करोड़ रूपये का नियत व्यय का प्रावधान किया गया है। वित्तमंत्री ने बताया कि 25हज़ार कर्ज़दार किसानों का 965 करोड़ का क़र्ज़ माफ़ किया गया। वित्तमंत्री अजित पवार ने पत्रकारों को यह भी बताया कि जीएसटी का सोमवार 11मार्च 2022 की सुबह तक का24500 करोड़ रुपये का बकाया केन्द्र सरकार से आना बाकी है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधान भवन में पत्रकार कक्ष में इस बजट पर पत्रकारों को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराष्ट्र को अग्रसर दिशा दिखानेवाला यह बजट है। राज्य को आगे ले जाने वाला यह एक और कदम उपमुख्यमंत्री एवं वित्तमंत्री अजित पवार ने रखा है। समाज के सभी घटकों को न्याय देने वाला यह बजट है। इस बजट का जनता स्वागत करेगी और आशीर्वाद देगी। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि इस बजट से राज्य को गति नहीं मिलेगी। फडणवीस ने यह भी कहा कि हमारी सरकार की कई योजनाओं की राज्य की आघाडी सरकार के नेताओं ने पहले आलोचना की थी। कई योजनाएं बंद कर दी थी अब उन्ही योजनाओं को आगे बढ़ाने की घोषणा बजट में की गयी है। चाहे समृद्धि मार्ग हो या मेट्रो रेल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बजट को सभी घटकों को न्याय देनेवाला बताया है और कहा है कि निवेश बढाकर रोज़गार पैदा करने पर जोर दिया गया है। इस बजट में कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से राज्य की प्रगति को नयी ऊंचाई देनेवाला यह बजट है। जबकि विपक्षी पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि उधार का वादा करने वाला और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को टाल कर दिग्भ्रमित करने वाला बजट है। एनसीपी के नेता एवं मंत्री जयंत पाटिल ने विश्वास जताया कि बजट में विकास के पांच सूत्र जो केंद्र में रखकर बजट तैयार किया गया है वह राज्य को प्रगति पथ पर ले जायेगा। पाटिल का कहना है कि बजट में जल सम्पदा विभाग के विभिन्न प्रोजेक्टों के लिए किये गए भरपूर प्रावधान अत्यंत महत्व का है। विदर्भ के गोसी खुर्द परियोजना के लिए 840 करोड़ रूपये का किया गया प्रावधान विदर्भ के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उच्च एवं तंत्र शिक्षण मंत्री उदय सामंत ने कहा है कि राज्य के बजट में उच्च एवं तंत्र शिक्षा विभाग के लिये 1619करोड़ रूपये का प्रावधान वित्तमंत्री अजित पवार ने किया है इससे राज्य के उच्च एवं तंत्र शिक्षा विभाग के विकास के लिए गति मिलेगी। कांग्रेस नेता एवं मंत्री बालासाहेब थोरात ने बजट के बारे में कहा है कि सर्वागीण विकास को गति देनेवाला एवं राज्य को प्रगति के मार्ग पर ले जाने वाला बजट है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि महाराष्ट्र के विकास को गति देने वाला सकारात्मक बजट है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने बजट के बारे में कहा कि इसमें किसानों के लिए जो प्रावधान करना चाहिए था वह नहीं किया गया है। कृषि मंत्री कांग्रेस का है इसलिए ऐसा किया गया।