●खरी-खरी
भारत की क्रिकेट का, जम गया फिर से डंका।
नौसिखिया की तरह , ढेर हो गयी श्रीलंका।।
विकेट गिर गये ऐसे, जैसे तास के पत्ते।
छुड़ा दिये भारत ने , जमकर उनके छक्के।।
सदा जीत का , इसी तरह परचम लहराए।
क्रिकेट जगत में, भारत विश्व गुरू बन जाए।।
अशोक वशिष्ठ