राजभवन के दरबार हाल में बैठ सकेंगे ७५० लोग
संजीव शुक्ल
मुंबई : मुंबई मलबार हिल स्थित राजभवन में , राज्य के गवर्नर का निवास भी होता है और वहां कार्यालय भी होता है। कई एकड़ में फैले राजभवन में राज्यपाल के निवास और कार्यालय के बीच की जगह पर दरबार हाल बना हुआ है। अमूमन यहां राज्य के मुख्यमंत्री , मंत्रिमंडल के सदस्यों , उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का शपथ विधि कार्यक्रम होता है। अभी तक इस दरबार हाल में आगंतुकों की बैठने की क्षमता 225लोगों की थी लेकिन इसका नूतनीकरण करके अब इसकी क्षमता तिगुनी से अधिक कर दी गयी है। अब यहाँ पर 750 लोग बैठ सकेंगें। इससे खास अवसरों पर पहले से अधिक अतिथियों और उनके परिजनों को निमंत्रित किया जा सकेगा। पहले दरबार हाल छोटा होने से राज्य के मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों की शपथ विधि के समय तब की दरबार हाल की क्षमता के अनुसार विशिष्ट लोगों और उनके परिजनों को निमंत्रण दिया जाता था इसमें कई बार मीडिया से नुक्ताचीनी होने की नौबत भी पेश आयी क्योंकि मीडिया के लिए भी बहुत कम संख्या में सीटें बैठने के लिए उपलब्ध होती थी। अब दरबार हाल की क्षमता बढ़ा दिए जाने से समारोह के दौरान ज्यादा अतिथियों का समावेश किया जा सकेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने11फरवरी 2022 को नए सज- धज के साथ तैयार दरबार हाल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद , राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी , मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे , उपमुख्यमंत्री अजित पवार एवं अन्य गणमान्य मौजूद थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि अपने संविधान के अनुसार हम भारत के लोग यह देश के सार्वभौमिकता का आधार है। दरबार हाल का उद्घाटन समारोह यह भारत की स्वतंत्रता और लोकतंत्र का उत्सव है। राज भवन का दरबार हाल भी लोक कल्याणकारी उपक्रमों के लिए एक प्रभावी केंद्र बनेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि राज भवन में कोई भी व्यक्तिगत या गुप्त बात नहीं है जो भी होता है वह सब की मौजूदगी में , सबके साथ , सार्वजनकि तौर पर , पारदर्शिता से। जन प्रतिनधियों की तरफ से जनता दरबार के जरिये जनता से संपर्क करने की पद्धति रूढ़ हो रही है .इस तरह यह नया दरबार हाल , नए सन्दर्भ का अपने नए भारत का , नए महाराष्ट्र का एवं अपने चैतन्यशील लोकतंत्र का नया प्रतीक है। भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि राजभवन , जनता भवन हो। तीनों तरफ से समुद्र से घिरे इस राज भवन पर बाणगंगा ,मुम्बा देवी , एवं सिद्धिविनायक का आशीर्वाद है . मैं राज्यपाल के तौर पर जनता के भले का कार्य करने का प्रयास कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक तरफ अथाह समुद्र , दूसरी तरफ सूंदर पेड़ जिसे शहर का जंगल ऐसा भी कहा जा सकता है यानी यह राजभवन अत्यंत सुंदर हो गया है। देश का यह सर्वोत्तम राज भवन है। ब्रिटिश गवर्नर का चौथा निवास स्थान था यह। 100 वर्षों से अनेक उतार चढाव देखें हैं 30 अप्रैल 1960 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संयुक्त महाराष्ट्र के नक़्शे का अनावरण इसी ईमारत में किया था। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी से राजभवन में ही मुलाकात करने को मुख्यमंत्री ने याद किया। दरअसल ८दिसम्बर 2021 को राष्ट्रपति के हाथों इस दरबार हाल का उद्घाटन होना था लेकिन तीनों सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन के कारण उद्घाटन समारोह को स्थगित कर दिया गया था। पुराने दरबार हाल की हेरिटेज विशेषता बरकरार रखते हुए उसी स्थान पर इसे बनाया गया है।