महाराष्ट्र के 55वें निरंकारी संत समागम का हर्षोल्लास के साथ भव्य शुभारम्भ
– सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज
मुम्बई, : ‘‘संतों के हृदय में सदैव ही सर्वत्र का भला करने का भाव एवं उनका परम धर्म मानवता की सेवा करना ही होता है।‘’ यह उद्गार सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने 11 फरवरी को महाराष्ट्र के तीन दिवसीय 55वें वार्षिक निरंकारी संत समागम का विधिवत् शुभारम्भ करते हुए मानवता के नाम प्रेषित अपने संदेश में व्यक्त किए।
चेंबूर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन से इस संत समागम का सीधा प्रसारण किया जा रहा है। जिसका आनंद घर बैठे हुए लाखों निरंकारी श्रद्धालु भक्तों एवं प्रभु प्रेमी जनों द्वारा मिशन की वेबसाईट एवं साधना टी.वी. चैनल के माध्यम से लिया जा रहा है।
सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने अपने भावों को व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के प्रति प्रेम, दया, करूणा, सहनशीलता का भाव मन में अपनायें जिससे कि इस संसार को स्वर्गमय बनाया जा सके।