Home विविधाज्योतिष गुरु पूर्णिमा पर बन रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग–ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री

गुरु पूर्णिमा पर बन रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग–ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री

by zadmin

गुरु पूर्णिमा पर  बन रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग–ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री 
हिंदू धर्म शास्त्रों में गुरु पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन वेद व्यास जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि बेहद अनुकूल है, इस दिन गुरुओं की विशेष पूजा और अर्चना से जातकों को शुभ फल की प्राप्ति होती है।हिंदू धर्मावलंबी के साथ यह तिथि बौद्ध  और जैन धर्म में विश्वास रखने वाले लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जाती है।इस वर्ष यह तिथि 24 जुलाई के दिन पड़ रही है, महाभारत सहित समस्त पुराण  के रचयिता वेदव्यास के जन्म दिवस को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
गुरु पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: – 23 जुलाई 2021, शुक्रवार सुबह  (10:44) 
गुरु पूर्णिमा तिथि समापन: – 24 जुलाई 2021, शनिवार सुबह (08:07) 

 इस वर्ष खास बात है इस बार गुरु पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।गुरुजनों को समर्पित गुरु पूर्णिमा सनातन धर्म में बहुत विशेष मानी गई है। इस वर्ष यह तिथि 24 जुलाई के दिन10.40 बजे दिन में पड़ रही है। मान्यताओं के अनुसार, यह तिथि गुरुओं को समर्पित है। इस दिन गुरुओं की विशेष पूजा से जीवन में सुख, समृद्धि बनी रहती है। इसके साथ, यह जीवन में शांति  लेकर आता है। गुरुओं की पूजा से ज्ञान में वृद्धि होती है तथा हर काम नें सफलता मिलती है। 
गुरु पूर्णिमा का महत्व महाभारत और 18 पुराणों के रचयिता गुरु वेद व्यास जी का जन्म आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि पर हुआ था। इस दिन वेद व्यास जी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। गुरुओं को समर्पित यह तिथि बहुत अनुकूल मानी जाती है। गुरुओं की पूजा से ज्ञान की प्राप्ति होती है और शुभ फल मिलता है। बौध धर्म में विश्वास रखने वाले लोग यह मानते हैं कि इस दिन गौतम बुध ने अपना पहला उपदेश दिया था। इस दिन गौतम बुध की भी विशेष पूजा की जाती है। 
 गुरु का पूजन कैसे करें

गुरु पूर्णिमा के दिन प्रात:काल स्नान-ध्यान करके सबसे पहले अपने गुरु की पूजन सामग्री तैयार करें. जिसमें फूल-माला, तांबूल, श्रीफल, रोली-मोली, जनेउ, सामथ्र्य के अनुसार दक्षिणा और पंचवस्त्र लेकर अपने गुरु के स्थान पर जाएं. उसके बाद अपने गुरु के चरणों को धुलकर उसकी पूजा करें और उन्हें अपने सामथ्र्य के अनुसार फल-फूल, मेवा, मिष्ठान और धन आदि देकर सम्मानित करें.
गुरू पूर्णिमा के दिन करें अपनी  राशि के अनुसार करें ये उपाय
मेष:मेष राशि के लोगों को इस दिन गुड़ का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
वृष:गुरू पूर्णिमा के दिन वृष राशि के लोगों को मिश्री का दान करना फलदायी माना जाता है। इससे जीनव में सुख समृद्धि आती है।
मिथुन :मिथुन राशि के जातकों को गुरु पूर्णिमा पर हरे रंग की मूंग की दाल दान करनी चाहिए। मूंग की दाल दान करने से तनावों से मुक्ति मिलती है और वेवाहिक जीवन सुखद होता है।
कर्क :कर्क राशि को मानसिक तनाव दूर करने के लिए और शांति पाने के लिए इस दिन चावल दान करना चाहिए।
सिंह: गुरु पूर्णिमा पर सिंह राशि के लोगों को गेहूं का दान करना चाहिए। यह आपको मान-सम्मान दिलाता है।
कन्या:गुरु पूर्णिमा के दिन कन्या राशि के लोग जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए जानवरों को हरा चारा खिला सकते हैं।
तुला: कन्याओं को खीर खिलाकर तुला राशि के जातक गुरु पूर्णिमा का लाभ उठा सकते हैं। उन्हें इससे धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी।
वृश्चिक: गुरु पूर्णिमा के दिन वृश्चिक राशि के लोग यदि गुड़ और चना बंदरों को खिलाएं तो उनके शत्रुओं का नाश होता है।
धनु: जीवन के सभी सुख-सुविधाओं का आनंद पाने के लिए पूर्णिमा के दिन धनु राशि के लोगों को मंदिर में चने दान करने चाहिए।
मकर :मकर राशि के जातक पूर्णिमा के दिन कंबल दान करके नौकरी संबंधी सभी परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं।
कुंभ:कुंभ राशि के जातकों को पूर्णिमा के दिन काली उड़द की दाल दान करनी चाहिए। इससे उनका व्यापार बढ़ता है और सभी परेशानियां दूर होती हैं।
मीन:मीन राशि के लोगों को गुरु पूर्णिमा पर हल्दी और बेसन की मिठाई का दान करना चाहिए। इससे जीवन में धन की कमीं नहीं होती है।
ज्योतिष सेवा केन्द्र:09594318403/09820819501

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