कजरी:पिया घर कइसे तु अइब्या न
🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️
प्रियतम काम पर गए थे।इसी बीच मुंबई में इतनी बरसात हुई कि चारों तरफ पानी ही पानी। टीवी पर दहशत देखकर बीबी ने पतिदेव को फ़ोन लगाया मगर नेटवर्क जाम। वह डर के मारे सिसक सिसक कर रोने लगी-
डूबल बा सगरी मुंबइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
जियरा हुकुर-दुकुर कइ धड़के,
हमरी दाईं अंखिया फड़के,
इंद्र बनल बा फिर से कसइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
रोवत बा मुलुंड-विकरोली,
कलवा में ढहि गइलिन खोली,
मरि गै केतना लोग-लुगइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
छतिया पीटइं रोवइं माई,
केतनी सूनी भइन कलाई,
फाटत अहइ करेजवा दइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
डूबि गइन सब मोटर-गड़िया,
केतना मनई बहि गै खढ़िया,
डर लागे ननदी के भइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
रोडिया पे छतिया भर पानी,
डूबल कुर्ला अउर कमानी,
घर मा चलत अहइ यहिं नइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
दादर, माटुंगा,अंधेरी,
झील बनल बा अबकी बेरी,
कतहूं बा न सरन बिन छइयां,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
मनई नाचइं जइसे बंदर,
ताल भइल मीरा-भाईंदर,
लाज बचावइं किशन-कन्हइया,
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
डूबल बा सगरी मुंबइया
पिया घर कइसे तु अइब्या न।
सुरेश मिश्र