ठाणे-शहर की आरोग्य व्यवस्था पर पड़ रहे भार को कम करने, निम्न लक्षणवाले कोरोना मरीजों की वक्त पर जांच करने तथा वक्त पर उपचार दिलाने और होम कोरोटाइन मरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए ठाणे मनपा ने परियोजना सारथी की शुरुवात की थी। जिसका लाभ उठाकर कोविड मरीजों का स्वास्थ सुधरता नजर आ रहा है। अब तक कुल 2200 मरीजों को परियोजना सारथी का साथ मिल चुका है। बता दें कि शहर में स्वास्थ्य व्यवस्था पर बढ रहे तनाव को कम करने, होम आइसोलेशन मरीजों का मनोबल बढ़ाने और निम्न लक्षणों वाले मरीजों को वक्त पर जांच और उपचार दिलाने के लिए ठाणे मनपा ने इस वर्ष 22 अप्रैल के दिन परियोजना सारथी की शुरुवात की थी। इस परियोजना के तहत प्रतिदिन औसतन 100 लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है और अब तक 2200 लोगों को चिकित्सा परामर्श दिया जा चुका है। 2200 मरीजों में से कुल 29 प्रतिशत हल्के लक्षणोंवाले मरीजों का इलाज किया गया, 23 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए भेजा गया, 20 प्रतिशत मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा टेलीकंसल्ट किया गया और 14 प्रतिशत मरीजों की निरंतर देखभाल की गई। शहर के कुछ निजी डॉक्टर भी टेली-काउंसलिंग के लिए मुफ्त सेवाएं दे रहे हैं।
‘सारथी’ इस प्रकार करती है कार्य
ठाणे मनपा क्षेत्र में रोजाना मिलनेवाले मरीजों, होम आइसोलेशन में मौजूद मरीजों, कोरोना से मुक्त हो चुके मरीजों की जानकारी कोविड कॉल सेंटर में भेजी जाती है। उस जानकारी के आधार पर सभी को 15 दिन तक प्रतिदिन सारथी कोविड कॉल सेंटर से कॉल कर मरीजों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इसकी जानकारी विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा दी जाती है, इतना ही नहीं गंभीर लक्षणवाले मरीजों को तुरंत भर्ती करवाने के लिए मनपा वॉर रूम में जानकारी साझा कर अस्पताल के बेड उपलब्ध करवाए जाते हैं।